बहराइच: तीन दिन बाद पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ, 18 घंटे बाद बच्ची का क्षत-विक्षत मिला शव
बहराइच गोलहना गांव में दिल दहलाने वाली घटना के बाद पिंजड़े में कैद हुआ तेंदुआ। शनिवार की सुबह बकरी की लालच में आया तेंदुआ पिंजड़े में हुआ तेंदुआ कैद। दादी की गोद से पांच वर्षीय पोती को उठा ले गया था तेंदुआ।
बहराइच, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के बहराइच में ग्रामीणों को तेंदुए के आतंक से शनिवार की सुबह साढ़े चार बजे राहत मिली। पिंजरे में बंधी बकरी की लालच में आया तेंदुआ कैद हो गया। जिसे सुबह करीब पांच बजे वन विभाग कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय मुर्तिहा पहुंचा दिया। वहीं, तेंदुए के पिंजरे में कैद होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
पांच साल की बच्ची को उतारा मौत के घाट
मामला कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग अंतर्गत कोतवाली / रेंज मुर्तिहा अंतर्गत सेमरी मलमला के गोलहना गांव का है। दरअसल, गुरुवार शाम महिला सुमित्रा की गोद से पांच वर्षीय बालिका प्रिया को उठाकर भाग गया था। करीब 18 घंटे के बाद क्षत-विक्षत शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ। ग्रामीणों के आक्रोशित होने पर प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत अपने नेतृत्व में तेंदुए को पकड़ने के लिए शुक्रवार को पिंजरा लगवाया था। पिंजरा लगाने के बाद गांव वासियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी वन कर्मियों के साथ पूरी रात गश्त करते रहे। प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी यशवन्त ने बताया कि काफी प्रयास के बाद तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। पकड़ा गया तेंदुआ मादा है, जिसकी उम्र चार से पांच वर्ष के आसपास है।