अतिक्रमणकारियों के चंगुल में है कतर्निया की 1692 बीघे जमीन
बहराइच : नेपाल सीमा से सटे वन्य जीव प्रभाग भी अतिक्रमण से अछूता नही है। 1692 बीघे जंगल की जमी
बहराइच : नेपाल सीमा से सटे वन्य जीव प्रभाग भी अतिक्रमण से अछूता नही है। 1692 बीघे जंगल की जमीन पर अवैध कब्जा है। कही दुकानें सजी हैं तो कहीं मकान बनाकर कब्जा कर लिया गया है। खुली सीमा का फायदा उठाकर नेपाली वनमाफिया आए दिन जंगल पर धावा बोलते रहते है। अभी हाल में गश्त के दौरान एसएसबी जवानों से वन माफियों से मुठभेड़ हुई थी। इसमें एक जवान गोली लगने से घायल भी हो गया था।
कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के बड़खड़िया व बिछिया बाजार समेत कई अन्य स्थानों को मिलाकर 1692 बीघे जंगल की जमीन पर अतिक्रमण है। अतिक्रमण को हटाने को लेकर कई बार वन विभाग व अतिक्रमणकारी आमने सामने आ चुके हैं। जंगल की जमीन से अतिक्रमण को हटाने के लिए डीएफओ कतर्निया घाट जीपी ¨सह ने गोंडा डीएम कैप्टन ¨हमाशु श्रीवास्तव को पत्राचार भी किया है। डीएफओ ने बताया कि अतिक्रमण का सर्वे करने के लिए देवीपाटन मंडल के चारों जिलों में सिर्फ गोंडा में वन बंदोबस्त अधिकारी मौजूद हैं। नेपाल सीमा से सटे जंगल क्षेत्र में नेपाली वनमाफियाओं व नेपाली शिकारी भी वनकर्मियों के लिए बड़ी चुनौती बने हैं। हैं। सीमा पर तैनात एसएसबी 59वीं वाहिनी के जवान धर्मेंद्र मीना (25) पुत्र सबरमल को जंगल क्षेत्र में गश्त के दौरान नेपाली वनमाफियाओं गोली मार दी थी। नेपाल सीमा से सटे जंगली इलाकों में एसएसबी के जवान 24 घंटे गश्त कर रहे हैं। डीएफओ ने बताया कि जल्द ही जंगल की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा।