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मातृभाषा है ¨हदी : जनपद न्यायाधीश

बहराइच : अखिल भारतीय ¨हदी विधि प्रतिष्ठान के तत्वावधान में शनिवार को दीवानी न्यायालय परिसर मे

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 12:11 AM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 12:11 AM (IST)
मातृभाषा है ¨हदी : जनपद न्यायाधीश
मातृभाषा है ¨हदी : जनपद न्यायाधीश

बहराइच : अखिल भारतीय ¨हदी विधि प्रतिष्ठान के तत्वावधान में शनिवार को दीवानी न्यायालय परिसर में विधि पुस्तकों, वाद-परिवाद पत्रों व निर्णयों की प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का उद्घाटन जनपद न्यायाधीश मुहम्मद असलम ने फीता काटकर किया। सभी न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बार एसोसिएशन व न्यायिक अधिकारियों के सहयोग से ¨हदी विधि प्रतिष्ठान ने विधि पुस्तकों, विशेष वाद-परिवाद पत्रों व विशेष निर्णयों को एकत्र कर प्रदर्शित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रतिष्ठान के महामंत्री कर्मवीर ¨सह व व्यवस्था 'बार' के अध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद पांडेय ने की।

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मुख्य अतिथि जनपद न्यायाधीश ने कहा कि पैदा होने के बाद हमें जो भाषा मां से प्राप्त होती है वह हमारी मातृभाषा है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद प्रारंभिक समय में न्यायिक प्रक्रिया में ¨हदी, अंग्रेजी व उर्दू का सामूहिक प्रचलन था, जो धीरे-धीरे केवल ¨हदी के प्रयोग की ओर बढ़ रहा है। अधिवक्ता परमानंद पांडेय ने कहा कि ¨हदी हमें सिखाई नहीं जाती है, हम इसे स्वत: सीखते हैं। अधिवक्ता सभाजीत मिश्रा ने कहा कि अब यह भूमंडल की भाषा है। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मुहम्मद रियाज ने कहा कि हमारी शुभकामनाएं ¨हदी के प्रति है। यह उत्तरोत्तर बढ़कर नभ मंडल पर छा जाए, जिससे मां भारती को अपने मानस पुत्रों पर गर्व हो। अधिवक्ता रमन ¨सह ने कहा कि ¨हदी वह भाषा है जो राष्ट्र की आत्मा है। प्रतिष्ठान के अध्यक्ष रामछबीले शुक्ला ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर मीडिया प्रभारी अनिल त्रिपाठी, जगदंबा बख्श ¨सह, ओंकार ¨सह, विमलेंद्र शुक्ल, युगुल त्रिपाठी, सतीश ¨सह, रामजी वाजपेयी, काशीनाथ शुक्ला, सुधांशु अवस्थी, रंजीता, पैकर जमाल समेत अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।

कौंसिल ऑफ पीएचडी होल्डर्स वेलफेयर ने जिले के साहित्यकारों को सम्मान देने के लिए बहराइच ¨हदू गौरव सम्मान के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं। संस्था के अध्यक्ष डॉ.सत्यभूषण ¨सह ने बताया कि प्रविष्टियां 15 अक्टूबर तक डॉ.राजू निगम रिसिया, डॉ.सतीश ¨सह बहराइच, धर्मवीर ¨सह गजाधरपुर, डॉ.शैलेश कुमार बहराइच, सत्यवीर कैसरगंज को प्रेषित की जा सकती है। उन्होंने बताया कि अंतिम तिथि तक प्राप्त होने वाली प्रविष्टियों का मूल्यांकन उच्च स्तरीय चयन समिति द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर डॉ.सत्यदेव मिश्र, आनंद श्रीवास्तव, डॉ.रूद्रेश राम पाठक मौजूद रहे।


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