गुरुपूर्णिमा पर्व पर उमड़ा आस्था का सैलाब
बहराइच : शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा पर्व पर आस्था का सैलाब उमड़ता रहा। लोगों ने स्नान-ध्यान
बहराइच : शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा पर्व पर आस्था का सैलाब उमड़ता रहा। लोगों ने स्नान-ध्यान कर दान-पुण्य किया। जगह-जगह मेले का आयोजन भी किया गया। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में जिले के विभिन्न गायत्री मंदिरों में गुरू पूर्णिमा धूमधाम से मनाया गया। मंदिरों में आस्था का सैलाब देखने को मिला। हवन-पूजन कर भक्तों ने मानव सेवा का संकल्प लिया।
शहर के काजीकटरा स्थित गायत्री शक्ति पीठ, नानपारा के प्रज्ञा जागरण संस्थान, जरवल रोड श्रीरामपुर आश्रम में सुबह से ही भक्तों ने पर्व पूजन के बाद गायत्री मंत्र का जाप किया। उसके बाद गुरू पूर्णिमा पर प्रकाश डालते हुए गायत्री शक्ति पीठ के प्रबंध ट्रस्टी राम कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आज गुरू पूर्णिमा है। पर्व के अवसर पर हमें बुराई को दूर करने, मानव सेवा का संकल्प लेना चाहिए। मानव सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। जिला समन्वयक मनी राम वर्मा ने कहा कि सावन मास में जो लोग शिव मंदिरों में भगवान शिव का पूजन-अर्चन कर जलाभिषेक के लिए जाते हैं। उन्हें मानव मात्र के कल्याण के लिए वृक्ष गंगा अभियान में शामिल होकर पौधरोपण का भी संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम आचार्य की ओर से चलाए गए सप्त आंदोलनों में पर्यावरण संरक्षण भी शामिल है। इसीलिए गायत्री परिवार विशेष रूप से अन्य कुरीतियों को दूर करने के साथ-साथ वृक्ष गंगा अभियान भी चला रहा है। इसमें गायत्री परिवार की ओर से पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। इसके बाद यहां बनी पंचकुंडीय यज्ञशाला में हवन, यज्ञ व गुरु दीक्षा संस्कार भी कराया गया। इस मौके पर मंजू हरिहर ¨सह, मंजू श्रीवास्तव, ममता रस्तोगी, प्रभाकर ¨सह, कृपाराम वर्मा, गिरधारी लाल वर्मा, जगदीश मिश्रा, सतीश पांडेय, विष्णु पाठक समेत अन्य लोग मौजूद रहें। इसके अलावा नानपारा के प्रज्ञा जागरण संस्थान व जरवल रोड श्रीरामपुर आश्रम में भी गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया। इसके अलावा गोंडा-बहराइच मार्ग पर स्थित बेरिया समय माता मंदिर में भी भक्तों ने पूजन-अर्चन किया। गजाधरपुर संवादसूत्र के अनुसार गुरुपूर्णिमा के अवसर पर माता भगवती कुंज में लाडली प्रसाद वर्मा के नेतृत्व में हवन-पूजन किया गया, मनकामेश्वर मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया। नान बाबा उर्फ मोरध्वज ने श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटे। चित्तौरा ब्लॉक के बेरिया में मेला का आयोजन किया गया। दूरदराज के श्रद्धालुओं ने आकर आस्था की डुबकी लगाई।