बच्चों में वैज्ञानिक सोच पैदा करें विज्ञान शिक्षक
केंद्र सरकार के प्रोद्यौगिकी संचार परिषद व विकास प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में शहर के बाल शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या विषय की कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। इसमें पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 30 विज्ञान शिक्षकों को विभिन्न प्रोजेक्ट निर्माण के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि रहे बीएसए एसके तिवारी ने शिक्षकों को प्रमाण-पत्र बांटा।
बहराइच: केंद्र सरकार के प्रोद्यौगिकी संचार परिषद व विकास प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में शहर के बाल शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज में तीन दिवसीय चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या विषय की कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। इसमें पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 30 विज्ञान शिक्षकों को विभिन्न प्रोजेक्ट निर्माण के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि रहे बीएसए एसके तिवारी ने शिक्षकों को प्रमाण-पत्र बांटा। बीएसए ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य तब पूरा होगा,जब प्रशिक्षित शिक्षक विद्यालयों के बच्चों में वैज्ञानिक सोच को पैदा करने में सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि रिसोर्स पर्सन के रूप में बच्चों को विभिन्न प्रोजेक्टों के बारे में जानकारी दें और उन्हें नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित भी करें। प्रमोद कुमार ने समाज दिखाए जाने वाले चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या का प्रदर्शन किया। जैसे कि सिर पर आग लगाकर चाय बनाना, आग से नहाना व त्रिशूल को जीभ के आर-पार करने की कला का प्रदर्शन किया। जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक डॉ. एमके शुक्ल ने कि चमत्कार सिर्फ हाथ की सफाई व अंधविश्वास है। चंद्रेश कुमार पांडेय, डॉ. सत्येंद्र सिंह, रंजना द्विवेदी व अन्य लोग मौजूद रहे।