पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है गौरैया संरक्षण
जासं बहराइच बेड़नापुर स्थित होली एंजिल्स स्कूल में गौरैया संरक्षण के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई। कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब ने बच्चों को गौरैया बॉक्स भी बांटे। इस दौरान बताया गया कि घर में अगर गौरैया को दाना-पानी मिलेगा तो वह जरूर आएंगी।
जासं, बहराइच : बेड़नापुर स्थित होली एंजिल्स स्कूल में गौरैया संरक्षण के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई। कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब ने बच्चों को गौरैया बॉक्स भी बांटे। इस दौरान बताया गया कि घर में अगर गौरैया को दाना-पानी मिलेगा तो वह जरूर आएंगी।
फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष भगवानदास लखमानी ने कहा कि गौरैया का हमारा पुराना रिश्ता है। गौरैया हमारे साथ रहना चाहती है, लेकिन अब उसे हमारे घरों में रहने को जगह व खाने-पीने को दाना-पानी नहीं मिल रहा है। मोबाइल फोन के टॉवरों को लगाया जा रहा है। इससे शहर व गांवों में गौरैया की संख्या घटती जा रही है। इससे निकलने वाली इलेक्ट्रो मैग्नेटिक किरणें इनकी प्रजनन क्षमता को कम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अपने घरों में गौरैया संरक्षण के लिए गौरैया बॉक्स लगाएं। भोजन व पानी की व्यवस्था करें। गौरैया को नुकसान पहुंचाने वाले जीवों बाज, कौवे, बिल्ली व चील से इनके अंडों व बच्चों का बचाव करें। गौरैया का संरक्षण पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है। गौरैया का कम होना पर्यावरण को खतरा है। प्रधानाचार्या इंद्रा पजनी, प्रबंधक चंद्रमोहन पजनी, शिक्षक सिद्धस्त शर्मा, शिक्षिका नीलम श्रीवास्तव व आरती शर्मा समेत छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।