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छुटटा जानवरों को बांध कर ग्रामीण दे रहे चारा-पानी

बहराइच : छुट्टा जानवरों से किसान परेशान हैं। लोग फसलों की रखवाली के लिए खेतों में लाठी

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 10:17 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 10:17 PM (IST)
छुटटा जानवरों को बांध कर ग्रामीण दे रहे चारा-पानी
छुटटा जानवरों को बांध कर ग्रामीण दे रहे चारा-पानी

बहराइच : छुट्टा जानवरों से किसान परेशान हैं। लोग फसलों की रखवाली के लिए खेतों में लाठी-डंडा से लैस होकर रतजगा कर रहे हैं। ऐसे में गायत्री परिवार की पहल किसानों के लिए राहत दे रही है। इसकी शुरुआत जरवल ब्लॉक के अबुल्लापुर गांव से हुई है। यहां बड़ी संख्या में जानवर खेतों में झुंड बनाकर घुस जाते थे और फसलों को चरने के साथ ही उसे रौंदकर नष्ट कर देते थे। अब इन्हे गांवों के लोग बांधकर चारा पानी दे रहे है।

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जरवलरोड के श्रीरामपुर स्थित गायत्री आश्रम के प्रबंधक मान¨सह वर्मा ने बताया कि किसानों की समस्या के निराकरण के लिए गायत्री परिवार की ओर से तरकीब निकाली गई है। इससे जानवर और फसल दोनों सुरक्षित रहेंगे। उन्होने बताया कि करमुल्लापुर के अबुल्लापुर गांव के युवा कार्यकर्ता रघुनाथ वर्मा की देखरेख में गांव में किसानों संग पिछले दिनों बैठक की गई। बैठक में खेतों में घूम रहे छुटटा जानवरों को बांधकर चारा-पानी देने के लिए राजी किया गया। एक जानवर का जिम्मा तीन परिवार के लोगों पर सौंपा गया। घेराबंदी कर जानवरों को पकड़ा गया। उसके बाद उन्हे लोगों के दरवाजे पर बंधवा दिया गया। गांव के रामआधार, हरिश्चंद्र, रामलाल, परशुराम, राधेश्याम, सदानंद, कामता प्रसाद, मीरा गौतम व रामफेरे के दरवाजे पर यह जानवर बंधे हुए है। इन्हें बड़े ही प्रेम से ग्रामीण चारा पानी दे रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले तो लोगों की रातों की नींद गायब थी। गायत्री परिवार की ओर से निकाली गई इस तरकीब से फसलें अब सुरक्षित रहेंगी। इसके अलावा खाद भी आसानी से मिल जाएगी। गोवंश की सेवा करने का सौभाग्य भी मिलेगा। गायत्री परिवार कार्यकर्ताओं ने बताया कि अन्य गांवों के लोगों को भी इसके लिए जागरूक किया जाएगा।


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