50 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, थाना भी हुआ लबालब
राहत व बचाव नाकाफी छतों पर बसेरा बनाए हैं ग्रामीण का पानी घाघरा ने शुरू की तबाही - राहत व बचाव नाकाफी छतों पर बसेरा बनाए हैं ग्रामीण चित्र - 30 बीआरएच 6 7 व 2
संसू, बहराइच : जिले के चार तहसीलों में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। नेपाल से छोड़े गए पानी से घाघरा उफान पर है। तटवर्ती 50 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। थाना भी बाढ़ के पानी से लबालब हो गया है। एल्गिन ब्रिज व घूरदेवी स्पर पर घाघरा खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। इससे 60 और गांवों में पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। राहत व बचाव कार्य नाकाफी साबित हो रहा है। प्रभावित ग्रामीण बाढ़ से बचने के लिए अपने-अपने मकान की छतों प बसेरा बनाए हैं या फिर तटबंधों की ओर रुख कर चुके हैं।
बौंडी/महसी : बढ़ते जलस्तर से घाघरा विकराल हो गई है। 50 गांव पानी से घिर गए हैं। 60 अन्य गांवों पर बाढ़ का संकट गहरा गया है। एक दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग व विद्यालय जलमग्न हैं। अधिशाषी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि सरयू, शारदा बैराज से 153584, गिरजा से 206553 व सरयू बैराज से 11829 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एडीएम जयचंद्र पांडेय ने सीवीओ डॉ.बलवंत सिंह, तहसीलदार राजेश वर्मा के साथ बाढ़ व कटान प्रभावित गांवों का भ्रमण किया। जरवलरोड : एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 62 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यहां घाघरा नदी खतरे के निशान 106.07 के सापेक्ष 106.686 पर बह रही है। कैसरगंज : एसडीएम महेश कुमार कैथल ने तहसील क्षेत्र की बाढ़ चौकी कटरिहा डीह का निरीक्षण किया। गजाधरपुर : फखरपुर ब्लॉक के मंझारा तौंकली में कटान जारी है। रोहितपुरवा, गुलाबपुरवा, भिरगूपुरवा, ग्यारह सौ रेती में नदी का जलस्तर बढ़ने से मुसीबत बढ़ गई है। तहसीलदार शिव प्रसाद ने बताया 12 लोगों का आवासीय पट्टा बना दिया गया है। बिछिया : सुजौली थाना क्षेत्र में गेरुआ नदी उफना गई है। आंबा, बर्दिया, रमपुरवा, फकीरपुरी, विशुनापुर, भवानीपुर, कतर्नियाघाट समेत कतर्निया जंगल पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मिहींपुरवा ब्लॉक के सोमई गौढ़ी में भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
-------------------
खाद्यान्न वितरण की मांग
महसी : समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष देवेश चन्द्र मिश्र मंजनू ने बाढ़ग्रस्त गांव मंगलपुरवा, पचदेवरी, मैकुपुरवा ,टिकुरी, कोढवा, किसानगंज में प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। प्रशासन से नाव व खाद्यान्न की व्यवस्था करने की मांग की।