कटान के मुहाने पर आया पिपरी का ऐतिहासिक किला
धारा में समाई 20 बीघे जमीन चित्र परिचय - 24 बीआरएच 1
संसू, महसी/गजाधरपुर/बौंडी (बहराइच) : घाघरा नदी का जलस्तर घटने के बाद कटान तेज हो गई है। महसी तहसील के पिपरी में स्थित राजा का किला कटान के मुहाने पर आ गया है। इसके अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। 12 से अधिक आशियाने भी कटान के मुहाने पर हैं। 20 बीघे खेती योग्य जमीन नदी की धारा में समा गई।
घूरदेवी स्थित स्पर पर घाघरा नदी का जलस्तर 110.700 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां नदी खतरे के निशान से एक मीटर 45 सेमी नीचे बह रही है। पिपरी स्थित राजा का किला कटान के मुहाने पर है। गांव के बृजेश, महफूज, जाफर, मकबूल, रामू, मोती समेत 12 लोगों के घर भी घाघरा नदी के कटान के मुहाने पर हैं। मूलचंद, ननकऊ, बृजकुमार, लक्ष्मीकांत, गयाप्रसाद की धान व गन्ने की तकरीबन 10 बीघे लहलहाती फसल धारा में समा गई। तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा ने बताया की बाढ़ व कटान की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उधर कैसरगंज तहसील क्षेत्र के मझारा तौकली के भिरगूपुरवा, ग्यारह सौ रेती में किसानों की तकरीबन 10 बीघे जमीन नदी की धारा में समा गई। किसानों के चेहरे पर चिता की लकीरें साफ झलक रही हैं। ग्यारह सौ रेती व गोड़हिया नंबर तीन गांवों पर भी कटान का खतरा मंडरा रहा है।