बाढ़ के बाद कटान हुई तेज, एक घर व 45 बीघे खेत घाघरा में समाए
घाघरा का जलस्तर घटा धारा में समा रही फसल चित्र परिचय - 23 बीआरएच 3
संसू, महसी/गजाधरपुर(बहराइच) : घाघरा व सरयू नदी का जलस्तर घटने लगा है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 35 सेमी नीचे बह रही है। जलस्तर घटने के साथ ही कटान तेज हो गई है। महसी व कैसरगंज तहसील क्षेत्र में कटान से एक घर व 45 बीघे जमीन घाघरा नदी में समा गई। पिपरी राजा का किला व 12 आशियाने कटान के मुहाने पर हैं। कटान के भय से बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग आशियाना उजाड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।
महसी के घूरदेवी स्थित स्पर पर नदी का जलस्तर 110.740 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां नदी खतरे के निशान से एक मीटर 41 सेमी नीचे बह रही है। कोढ़वा के संजय कुमार का घर धारा में समा गया। मूलचंद्र, ननकऊ, बृज कुमार, लक्ष्मीकांत व गया प्रसाद की तकरीबन 10 बीघे धान व गन्ने की लहलहाती फसल नदी की धारा में समा गई। पिपरी के बृजेश महफूज, जाफर, मकबूल, रामू, मोती समेत 12 लोगों के मकान व राजा का किला कटान के मुहाने पर है। सरयू नदी का भी जलस्तर तेजी से घट रहा है। उधर कैसरगंज तहसील क्षेत्र के मझारा तौकली के भिरगूपुरवा, ग्यारह सौ रेती, गोड़हिया नंबर तीन में कटान तेज है। भिरगूपुरवा व ग्यारह सौ रेती के अशोक निषाद, राजा, बड़कऊ, पवन समेत अन्य किसानों की 35 बीघे जमीन नदी में समा गई। प्रशासन की ओर से कटान रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। जरवलरोड : एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से नदी 35 सेमी नीचे बह रही है। जलस्तर 105.726 मीटर रिकार्ड किया गया।