घाघरा का घटा जलस्तर, कटान तेज, 12 गांव पानी से घिरे
धारा में समाई 50 बीघे जमीन चित्र परिचय - 22 बीआरएच 37 3
संसू, महसी/गजाधरपुर (बहराइच) : घाघरा नदी का जलस्तर घटने के साथ ही कटान तेज हो गई है। हालाकि अभी भी महसी, शिवपुर व कैसरगंज के 12 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। तीन संपर्क मार्गों पर पानी बह रहा है। घूरदेवी स्पर पर घाघरा नदी खतरे के निशान से एक मीटर 25 सेमी नीचे बह रही है।
स्पर पर नदी का जलस्तर 110.900 मीटर रिकार्ड किया गया। पिपरी व कोढ़वा गांव में कटान तेज है। पिपरी के बृजेश, महफूज, जाफर, मकबूल, रामू, मोती के आशियाने व राजा का किला कटान के मुहाने पर है। मूलचंद, ननकऊ, बृजकुमार, लक्ष्मीकांत, गयाप्रसाद की धान व गन्ने की लहलहाती फसल धारा में समा रही है। नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद सरयू नदी उफान पर है। महसी ब्लॉक के गरेठीगुरुदत्तसिंह, बहदुरिया, चुरईपुरवा समेत चार गांव व शिवपुर ब्लॉक के बसावनबेली, टिकानपुरवा, गुजरातीपुरवा, शेखनपुरवा, तिगड़ा, चौकसाहार, डल्लापुरवा समेत आठ गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। कठाहीघाट व गरेठीगुरुदत्त सिंह समेत तीन संपर्क मार्गों पर नाव चलाकर लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। तहसीलदार राजेश वर्मा ने बताया कि चुरईपुरवा, मैकूपुरवा, मंगलपुरवा के ग्रामीणों को आने-जाने में दिक्कत हो रही थी। नाव का संचालन किया जा रहा है। सिचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि सरयू, शारदा व घाघरा बैराज से 72 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। कैसरगंज तहसील क्षेत्र के भिरगूपुरवा, ग्यारह सौ रेती, मझारा तौकली में कटान तेज है। तकरीबन 40 बीघे जमीन नदी की धारा में समा गई। कटान पीड़ितों ने किया हवन-पूजन
गजाधरपुर : मझारा तौकली के ग्यारह सौ रेती व भिरगूपुवा के लोगों ने घाघरा नदी के तट पर कन्या भोजन व हवन-पूजन का आयोजन किया। सात दिनों तक यह आयोजन चलेगा। रामनाथ, मायाराम, अनिल, पप्पू, बेचन व ओमप्रकाश ने बताया कि प्रशासन की ओर से कटान रोकने के कोई उपाय नहीं किए गए हैं, इसलिए हम लोग घाघरा मइया को मनाने के लिए हवन-यज्ञ कर रहे हैं। एसडीएम रामजीत मौर्य ने बताया कि कटान के मुहाने पर आए घरों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।