बाढ़ से घिरे 15 गांव, आवागमन ठप
बाढ़ के पानी से घिरे 15 गांव धारा में समाई 15 बीघे जमीन चित्र परिचय - 13 बीआरएच
संसू, महसी/गजाधरपुर(बहराइच): घाघरा नदी में बैराजों से सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद जलस्तर बढ़ गया है। बाढ़ के पानी से तकरीबन 15 गांव घिरे हुए हैं। महसी तहसील का पिपरी व कोढ़वा गांव कटान के मुहाने पर है। कैसरगंज तहसील क्षेत्र में 15 बीघे जमीन नदी की धारा में समा गई।
महसी के घूरदेवी स्पर पर खतरे के निशान से नदी अभी एक मीटर 19 सेमी नीचे बह रही है। शुक्रवार को घुरदेवी स्पर पर घाघरा नदी का जलस्तर 110.960 मीटर रिकार्ड किया गया। तहसील क्षेत्र के माझादरिया, कायमपुर, जोगापुरवा, नगेसरपुरवा, कोठार, तुलापुर, घुरेहरीपुर, कायमपुर, रानीबाग, तारापुरवा, जुगुलपुरवा, शुकुलपुरवा समेत 15 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। तकरीबन आधा दर्जन गांवों के संपर्क मार्गों पर भी पानी भरने लगा है। जोगापुरवा के तेजशंकर, राजेश, ऊषा देवी, ननकुन्ना, रमेश ने बताया कि बाढ़ के दौरान दिक्कतें हो रही हैं। कैसरगंज तहसील क्षेत्र के मझारा तौकली के भिरगूपुरवा, ग्यारह सौ रेती में कटान से राजेश, भीम, रामानंद, गुलाबचंद्र, गोपीचंद्र, राजा, पुजारी, पवन कुमार की जमीन नदी में समा गई। गोड़हिया नंबर तीन के मजरे बाढ़ के पानी से घिरे हु हैं। धान व गन्ने की फसल भी जलमग्न है।
बैराजों से छोड़ा गया पानी
महसी : सिचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि सरयू, शारदा व घाघरा बैराजों से तकरीबन सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
कटान के मुहाने पर सात घर
महसी : कोढ़वा के संजय कुमार, पिपरी के बृजेश, महफूज, जाफर, मकबूल, रामू व मोती के आशियाने कटान के मुहाने पर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जलस्तर बढ़ने के बाद कटान फिर शुरू हो जाएगी।
तहसीलदार बोले
तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि बाढ़ व कटान की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। राजस्व कर्मियों को अलर्ट किया गया है। जहां भी जरूरत पड़ेगी तो नावें लगाई जाएंगी। राहत व बचाव कार्य किए जा रहे हैं।