20 घंटे जलता रहा विकास संघ का कोल्ड स्टोरेज
सालों से कोल्ड स्टोरेज बंद पड़ा हुआ है। इसमें मशीन के उपकरण लकड़ी के फर्नीचर व अन्य समान भरा हुआ था। भवन का आधा हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। कोल्ड स्टोरेज से रात को लोगों ने धुंआ उठते देखा। पुलिस ने विभाग को सूचना दी। रात करीब नौ बजे दमकल कर्मी भी पहुंच गए। काफी जद्दोजहद के बाद भी कोल्ड स्टोरेज में लगी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। गुरुवार को सुबह पोकलैंड मशीन मंगाई गई। स्टोरेज के ऊपरी छत को तोड़ा गया। इसके बाद दमकल की दो गाड़ियों से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया गया। चार बजे के बाद आग पर काबू पाया गया। विभाग के मुताबिक तीन लाख रुपये की क्षति हुई है।
संसू, बहराइच: शहर के पुलिस लाइन रेलवे लाइन के बगल बंद पड़े जिला सहकारी विकास संघ के कोल्ड स्टोरेज में बुधवार रात आग लग गई । दमकलकर्मी पहुंचे, लेकिन अंदर जाने का कोई रास्ता न होने से रात में आग नहीं बुझाई जा सकी। गुरुवार को पोकलैंड से कोल्ड स्टोरेज की छत को तोड़कर दमकल कर्मियों ने तकरीबन 20 घंटे बाद आग पर काबू पाया। अग्निकांड में लाखों रुपये के उपकरण व अन्य सामान जल कर नष्ट होने का अनुमान है।
कोतवाली देहात क्षेत्र के रेलवे क्रासिग के पास जिला सहकारी विकास संघ (सहकारिता विभाग) का कोल्ड स्टोरेज है। यह कोल्ड स्टोरेज वर्ष 1983 में बनाया गया था। दो साल बाद वर्ष 1985 में बंद कर दिया गया था। लगभग 34 सालों से कोल्ड स्टोरेज बंद पड़ा हुआ है। इसमें मशीन के उपकरण, फर्नीचर व अन्य समान भरा हुआ था। भवन का आधा हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। कोल्ड स्टोरेज से रात में लोगों ने धुंआ उठते देखा। पुलिस ने विभाग को सूचना दी। दमकल कर्मी भी पहुंच गए। काफी जद्दोजहद के बाद भी कोल्ड स्टोरेज में लगी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। सुबह पोकलैंड मशीन मंगाई गई। स्टोरेज के ऊपरी छत को तोड़ा गया। इसके बाद दमकल की दो गाड़ियों से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया गया। चार बजे के बाद आग पर काबू पाया गया। विभाग के मुताबिक तीन लाख रुपये की क्षति हुई है। थर्माकोल से सील रहा कोल्ड स्टोरेज
कोल्ड स्टोरेज की दीवार व छत थर्माकोल से सील रहा । इसके कारण आग फैल गई और पूरा कोल्ड स्टोरेज जल गया। विभाग के सचिव सुभाष चंद्र मिश्रा ने बताया कि रात से ही आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन रास्ता न होने से दमकल कर्मी अंदर पानी नहीं पहुंचा पाए।
स्मैकियों पर संदेह, दी तहरीर
कोल्ड स्टोरेज के चारों झाड़-झंखाड़ लगा हुआ है। सुनसान होने के कारण शाम होते ही यहां स्मैकियों का जमावड़ा हो जाता है। आग लगने के पीछे उनके ही हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। सचिव की ओर से कोतवाली नगर में तहरीर भी दी गई है।