दरेहटा में फैली गंदगी लील रही ¨जदगी
गजाधरपुर (बहराइच) : फखरपुर ब्लॉक क्षेत्र के रसूलपुर दरेहटा गांव में उल्टी दस्त से हुई
गजाधरपुर (बहराइच) : फखरपुर ब्लॉक क्षेत्र के रसूलपुर दरेहटा गांव में उल्टी दस्त से हुई दो बच्चों की मौत के बाद भी प्रशासन चेतने को तैयार नहीं है। घनी आबादी होने के बावजूद आज तक सफाई व जलनिकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जा सकी है। शुद्ध पेयजल की उपलब्धता भी ग्रामीणों को अखर रही है। जलजनित बीमारियां गांव में पैर पसार चुकी हैं। इसके बाद भी सफाई व्यवस्था बदहाल ही दिख रही है। गांव में जलनिकासी के लिए बनी नालियां चोक हैं। हैंडपंप खराब पड़े हैं। एंटीलार्वा का छिड़काव न होने से मच्छरों का प्रकोप भी है। ऐसे में संक्रामक बीमारियों से निपटना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती भी है। सीएमओ भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि गांव में बीमारी फैलने का कारण गंदगी है। अगर बीमारी फैलने का कारण गंदगी है तो सफाई व्यवस्था क्यों नहीं कराई जा रही है, यह लाख टके का सवाल ग्रामीण उठा रहे हैं।
वैसे तो पूरे जिले में स्वच्छता अभियान चल रहा है। 100 गांवों में हर सप्ताह एक साथ सफाई अभियान भी चलाया जा चुका है। इसके बाद भी सफाई व्यवस्था कहीं धरातल पर नहीं दिख रही है। रसूलपुर दरेहटा गांव को ही लें। जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर व बजबजाती नालियां सफाई व्यवस्था की पोल खोल रही हैं। गांव के जितेंद्र कुमार मौर्या, अनिल मौर्या, कलीम, मुनीर व शिवपाल ने बताया कि सफाई व्यवस्था को लेकर कई बार शिकवा-शिकायत की गई, लेकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसी कारण दो बच्चों की मौत हो चुकी है, दर्जनों बच्चे बीमार हैं। हालाकि इलाज के लिए स्वास्थ्य टीम गांव में कैंप किए हुए है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनफूल खां बताते हैं कि एक महीने से सफाई कर्मी नहीं आया है। नालियां चोक होकर गंदगी से बजबजा रही हैं। डीपीआरओ बताते हैं कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। अगर सफाई कर्मी गांव में नहीं जाते हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।