स्कूल में पढ़ाने पहुंचीं डीएम, छात्र बोला- मैं भी बनूंगा डीएम
बहराइच : गुरुवार की दोपहर डीएम शहर के प्राइमरी स्कूल में अचानक पढ़ाने पहुंच गई। डीएम
बहराइच : गुरुवार की दोपहर डीएम शहर के प्राइमरी स्कूल में अचानक पढ़ाने पहुंच गई। डीएम को अपने सामने देख टीचर भौचक्का रह गए। डीएम स्कूल में पहुंचते ही पढ़ रहे छात्रों के बीच बैठ गई और बच्चों को किताब लेकर पढ़ाने लगी। डीएम ने छात्रों से पूछा कि आप पढ़-लिखकर क्या बनोगे। डीएम का सवाल सुनते ही एक छात्र ने जवाब दिया कि मैम मैं डीएम बनना चाहता हूं। इस जवाब को सुनकर डीएम मुस्कुरा उठी और कहा कि मन लगाकर पढ़ो, सफलता जरूर हासिल होगी।
शहर के अकबरपुरा मुहल्ले में प्राइमरी विद्यालय स्थित है। विद्यालय में हेडमास्टर नीलम व रंजना रस्तोगी बच्चों को पढ़ा रही थी कि अचानक डीएम माला श्रीवास्तव दोपहर में जनता दर्शन के बाद सीधे स्कूल पहुंच गईं। डीएम ने पढ़ रहे बच्चो से किताबें ली और उन्हे पढ़ाना शुरू कर दिया। टीचर बनी डीएम को अपने सामने देख बच्चे काफी खुश नजर आए। स्कूल में बच्चों को डीएम ने एक घंटे तक पढ़ाया। इसके बाद उनसे सवाल पूछे। कक्षा चार के छात्र दिव्यांशु ने डीएम को इंग्लिश में कविता सुनाई तो कक्षा तीन की छात्रा कविता ने पहाड़ा सुनाया। कक्षा एक के छात्र बजरंगी से डीएम ने पूछा कि पढ़कर आगे क्या बनना चाहते हो तो छात्र ने कहा कि मैम मैं पढ़कर बड़ा होकर डीएम बनना चाहता हूं। डीएम ने उसे शाबाशी दी और कहा कि बेटा मेहनत कर के पढ़ोगे तो कामयाबी खुद कदम चूमेगी। डीएम ने सभी बच्चों से मन लगाकर पढ़ने को कहा व सही जवाब देने वाले छात्र को पेंसिल, कॉपी व बिस्कुट बांटी। इसके बाद डीएम ने विद्यालय का निरीक्षण किया। गंदगी देख उन्होंने प्रधान शिक्षक को फटकार लगाई।
विद्यादान का डीएम ने की पहल : जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के अधिगम स्तर में गुणोत्तर वृद्धि व उनके सामाजिक व व्यवहारिक ज्ञान के दायरे को नए आयाम पर ले जाने के लिए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने एक अनुकरणीय पहल की शुरुआत की है। इस पहल को उन्होंने विद्यादान का नाम दिया है। इसके तहत जिलाधिकारी स्वयं, सप्ताह में एक दिन एक घंटा का समय सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ पठन-पाठन में बिताएंगी। विद्यादान का शुभारंभ गुरुवार को जिलाधिकारी ने स्वयं प्राथमिक विद्यालय अकबरपुरा में एक घंटा बच्चों को पढ़ाकर किया।