जिला अस्पताल से डायग्नोस्टिक सेंटर का करार रद, मरीज परेशान
र जांच कराई जा रही थी। इनमें सर्वाधिक मरीज ऑपरेशन के होते थे। चिकित्सक ऑपरेशन के दौरान निकलने वाले लोथड़े की बायोप्सी कराते थे। र जांच कराई जा रही थी। इनमें सर्वाधिक मरीज ऑपरेशन के होते थे। चिकित्सक ऑपरेशन के दौरान निकलने वाले लोथड़े की बायोप्सी कराते थे।
संवादसूत्र, बहराइच : अब जिला अस्पताल में कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों की निजी सेंटर से मिल रही मुफ्त जांच की सुविधा जरूरतमंदों को नहीं मिल सकेगी। एक साल से सेवा दे रही चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर का करार शासन ने अभी हाल ही में रद्द कर दिया है। इस फैसले से जहां गरीब वर्ग के मरीजों को मिल रही जांच की सुविधा पर ब्रेक लग गया है, वहीं उन पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
जिला अस्पताल में सामान्य बीमारियों की जांच की सुविधा मिल रही है। कैंसर, थायराइड समेत अन्य गंभीर बीमारियों की जांच की सुविधा के लिए सरकार ने लखनऊ की चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर से करार किया था। इस सेंटर की ओर से सभी प्रकार की जांच की जा रही थी। जांच पर आने वाले खर्च की भरपाई सरकार कर रही थी। इस सुविधा से गरीब वर्ग के मरीज आसानी से जांच करा लेते थे। एक अप्रैल 2018 से चल रहे करार को शासन ने आगे बढ़ाने के बजाय रद्द कर दिया है। इससे अब गरीब मरीजों को गंभीर बीमारियों की जांच के लिए निजी पैथालॉजी सेंटरों पर जाने को विवश होना पड़ेगा। साथ ही जांच के लिए मोटी रकम भी अदा करनी होगी। इनसेट
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ये हो रही थी जांच
चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर में मुख्य रूप से जांच प्रकार की जांच हो रही थी। इनमें हारमोनल, हिस्टो पैथालॉजी, बैक्ट्रियोलॉजी व माइक्रो बायलॉजी है। जिसके जांच की सुविधा अभी जिला अस्पताल में नहीं है। हर रोज होती थी 80 मरीजों की जांच
सेंटर की ओर से हर रोज औसतन 80 मरीजों की ओर जांच कराई जा रही थी। इनमें सर्वाधिक मरीज ऑपरेशन के होते थे। चिकित्सक ऑपरेशन के दौरान निकलने वाले लोथड़े की बायोप्सी कराते थे। इनसेट
शासन ने चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर का करार रद्द कर दिया है। अस्पताल की पैथालॉजी में पूर्व की तरह जांच होती रहेगी।
-डॉ. डीके सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल