समस्याओं के मकड़जाल में उलझा चिलवरिया बाजार
नालियां चोक होने से नहीं हो पा रही घरों से गंदे पानी की निकासी कूड़े से उठने वाली दुर्गंध से लोगों का सांस लेना दूभर
बहराइच : ग्राम प्रधान का कार्यकाल पूरा हो गया। पंचायत के विकास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो गए, लेकिन बहराइच-गोंडा हाईवे से सटे चिलवरिया बाजार में विकास धरातल पर नहीं दिख रहा है। आबादी के बीच लगे कूड़े के ढेर व कदम- कदम पर समस्याओं का अंबार विकास कार्यों के दावों को आईना दिखा रहा हैं। 4000 से अधिक की आबादी वाले कस्बे में स्वच्छता का नारा सरकारी फाइलों में कैद है। जर्जर सड़क, चोक नालियां व जगह जगह लगे कूूड़े के ढेर लोगों का जीना दुश्वार किए हैं। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की ओर से बरती जा रही उपेक्षा से ग्रामीण आहत हैं। संतोष श्रीवास्तव की रिपोर्ट। हकीकत को कैमरे में कैद किया छायाकार अरुण दीक्षित ने।
कूड़े का नहीं हो रहा उठान
- दूर-दूर तक बाजार में गंदगी फैली हुई थी। चंद कदमों की दूरी पर संचालित सरकारी विद्यालय के मुहाने पर लगा कूड़े का ढेर बता रहा था कि सफाई के प्रति व्यवस्थापक कितने संवेदनशील हैं। ---------------------- अतिक्रमण व जलनिकासी की बड़ी समस्या
लोग अपने घरों से आगे बने नालियों पर अतिक्रमण किए हुए हैं। जलनिकासी की समस्या है। कस्बे के दिलदार ने कहा कि नालियों की सफाई नहीं होती है। इससे गंदे पानी हमेशा भरा रहता है। ------------ स्वच्छ पेयजल की किल्लत
दिलीप सोनी ने कहा कि बाजार में पेयजल की समस्या है। इंडिया मार्का हैंडपंप की मरम्मत के नाम पर हजारों की रकम कागजों में खर्च कर दिया गया है,लेकिन हालात जस के तस हैं।
---------------------
जर्जर सड़कों से थमा विकास का पहिया
चिलवरिया बाजार में सड़कों की बदहाली लोगों को अखर रही है। कमलेश, भुपेंद्र, अजीत, हनुमान ने बताया कि सड़क जगह- जगह से जर्जर हैं। कागजों में सड़क का निर्माण कराकर सरकारी धन का बंदरबाट कर लिया गया है।
--------------------- क्या कहती हैं निवर्तमान ग्राम प्रधान
कार्यकाल में सड़क निर्माण, सफाई, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था का ध्यान रखा गया। बाजार के लोगों की शिकायतों को गीता देवी ने बेबुनियाद बताया।