..हे भगवान ए तूने क्या किया, अब कैसे करूंगी प्रीति के पीले हाथ
संसू, बहराइच : हे भगवान ये तूने क्या किया। अब कैसे बेटी प्रीती के हाथ पीले होंगे। वह कैसे
संसू, बहराइच : हे भगवान ये तूने क्या किया। अब कैसे बेटी प्रीती के हाथ पीले होंगे। वह कैसे डोली चढ़कर ससुराल जाएगी। दहाड़े मारकर शव से लिपट-लिपट कर रो रही मृतक की पत्नी शकुंतला की व्यथा को देखकर हर किसी की आंखें नम रहीं। पुलिस की अमानवीयता ने उसका सुहाग उजाड़ा। बेटी की शादी की तैयारियां धरी की धरी रह गई। हंसता-खेलता परिवार सदमे मे हैं।
गुडवर्क के फेर में शराब बेचने का आरोप लगाकर घर से लाए गए मोतीपुर थाना क्षेत्र के परवानी गौढ़ी निवासी खेलावन की पुलिस की कस्टडी में हुई मौत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है। पिता के मौत की खबर सुनकर बड़ी बेटी प्रीति (18), सरिता (9), बेटा प्रदीप (13), सचिन (7) को तो विश्वास ही नहीं हो रहा कि उनके सिर से पिता का साया उठ चुका है। प्रीति की 12 मार्च को शादी है। पिता ने बेटी की शादी तय कर बड़े अरमानों से उसे विदा करने का सपना संजो रखा था, लेकिन पुलिस की प्रताड़ना ने खेलावन की ¨जदगी ही नहीं छीन ली, पत्नी शकुंतला को भी मझधार में धकेल दिया है। पति के मौत की जानकारी पाकर जिला अस्पताल पहुंची शकुंतला के आखों से बहते आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे। दहाड़े मारकर रो रही शंकुतला के कंधे पर अब अपने चारों बच्चों के साथ अपनी बड़ी बेटी की शादी की ¨चता सता रही है। कस्टडी में मौत ने पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़ा कर दिया है। परिजनों ने मिहीपुरवा चौकी इंचार्ज व दो सिपाहियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।