बहराइच व श्रावस्ती में बनेगा गौ-सरंक्षण केंद्र
बहराइच : किसानों की समस्या बने छुट्टा जानवरों को प्रदेश सरकार ने चुनौती से लिया है। देवीप
बहराइच : किसानों की समस्या बने छुट्टा जानवरों को प्रदेश सरकार ने चुनौती से लिया है। देवीपाटन मंडल के चार जिलों में प्रदेश सरकार गौ संरक्षण केंद्र खोलेगी। इन केंद्रों में मवेशियों के चारा, पानी व इलाज तक की मुकम्मल व्यवस्था होगी। मवेशियों की देखभाल के लिए संविदा पर कर्मचारियों की भी नियुक्ति की जाएगी। प्रत्येक जिले में 1.2 करोड़ कुल पांच करोड़ रुपये गौ-सरंक्षण केंद्र स्थापना में खर्च किए जाएंगे। इनमें दो करोड़ रुपये मंडल को आवंटित किया जा चुका है। जल्द ही केंद्रों के निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
प्रदेश सरकार ने छुट्टा मवेशियों के स्थायी निराकरण व किसानों की फसलों की सुरक्षा को लेकर वृहद गौ- सरंक्षण केंद्र स्थापना के मसौदे को मंजूरी दी है। शुरूआती दौर में जानवरों से सर्वाधिक प्रभावित प्रदेश के 68 जिलों में केंद्र स्थापना का फैसला किया गया है। इनमें देवीपाटन मंडल का बहराइच, गोंडा, बलरामपुर व श्रावस्ती जिले को भी शामिल किया गया है। 14000 वर्ग फीट में केंद्र का निर्माण कराया जाएगा। जिनमें अलग-अगल चार गोवंश शेड बनाया जाएगा। भूसा रखने के लिए 2000 वर्गफीट में दो भूसा गोदाम बनेगा। इसके अलावा 300 वर्ग फीट में कार्यालय व औषधालय होगा। चारा 800 वर्ग फीट चारा-पानी के लिए चार चरहिया निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा शेडों के बाहर 5400 वर्ग फीट का मैदान होगा। केंद्र बाउंड्रीवाल व बाड़ से घिरा होगा। चारों जिलों में पांच करोड़ रुपए के सपेक्ष 50-50 लाख रुपए जिलेवार बजट आवंटित कर दिया गया है। गौ-सरंक्षण केंद्र के मवेशियों के पानी के लिए टंकी का निर्माण कराया जाएगा। टंकी की क्षमता 10000 लीटर होगी। इसके लिए सोलर वाटर पंप हाउस का निर्माण कराया जाएगा। छह कर्मचारी होंगे तैनात बृहद गौ-सरंक्षण केंद्र में मवेशियों की देखभाल के लिए प्रत्येक केंद्र पर छह कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। सभी कर्मचारियों का कार्य पद के मुताबिक निर्धारित होगा। 1000 वर्ग फीट क्षेत्रफल में कर्मचारियों का आवास, स्नानघर व शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। सौर ऊर्जा से जगमग होगा केंद्र सौर ऊर्जा से केंद्र दुधिया रोशनी से जगमगाएगा। यहां तक की समरसेबुल व पंप हाउस का संचालन भी सौर ऊर्जा से ही किया जाएगा, जिससे बिजली की खपत को कम किया जा सके। इसके लिए पैनल लगाए जाएंगे। केंद्र निर्माण के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। डॉ. बलवंत ¨सह, सीवीओ, बहराइच