अब महाविद्यालय गांवों को लेंगे गोद, कराएंगे टीबी मुक्त
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर महाविद्यालयों ने बढ़ाए बच्चे देश का भविष्य हैं। इनकी शिक्षा व सेहत की
बहराइच : बच्चे देश का भविष्य हैं। इनकी शिक्षा व सेहत की जिम्मेदारी न केवल सरकार की बल्कि समाज के सभी वर्गों की है। लिहाजा तराई में जिदगी को तबाह कर रही टीबी से निजात दिलाने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पहल की है। डॉ. राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय अयोध्या की पहल पर उच्च शिक्षा देकर बच्चों का भविष्य संवार रहे महाविद्यालयों ने भी कदम बढ़ाए हैं। प्रभावित गांवों को गोद लेकर टीबी मुक्ति की पाठशाला चलाएंगे। इससे न केवल लोगों में जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि नासूर बने तपेदिक रोग को जड़ से समाप्त टीबी मुक्त भारत का सपना भी साकार होगा।
43 महाविद्यालय एक-एक गांवों को लेंगे गोद डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के कुलसचिव रामचंद्र ने महाविद्यालय के प्राचार्यों से अपील की है कि टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए एक-एक गांव को गोद लेकर जागरूक करें। इन गांवों में फल वितरण, स्वास्थ्य शिविर में हिस्सेदारी, टीबी फैलने की मुख्य वजह समेत 10 बिदुओं पर जमीनी स्तर पर काम करने को कहा गया है। राज्यपाल की पहल व विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश पर जिले में संचालित हो रहे 43 महाविद्यालयों ने गांवों को गोद लेने के लिए कदम बढ़ाए हैं। जल्द ही इन गांवों का चयन कर रिपोर्ट विश्वविद्यालय को भेजी जाएगी। हर शिक्षक एक बच्चे को लेंगे गोद महाविद्यालयों के साथ ही शिक्षक भी टीबी से जूझ हर एक-एक बच्चे को गोद लेकर उन्हें टीबी से उबारेंगे। इन्हें समय पर इलाज कराने, पौष्टिक भोजन व फल का बंदोबस्त करने के साथ ही उनके भविष्य को संवारने के लिए वे हर कदम उठाएंगे, जो जरूरी होगा। यह प्रयास सफल रहा तो टीबी से जूझ रहे बच्चों की सेहत ही नहीं जिदगी भी संवर जाएगी। डीआइओएस डॉ. राजेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि यह एक अच्छी पहल है। शराब व नशे का छुड़ाएंगे लत टीबी की बीमारी से बचाने के लिए शिक्षक गांवों में हर पखवाड़े शिविर लगाएंगे। नशे से दूर रहकर टीबी से निजात की सीख देंगे। खासकर शराब, गांजा, नशे के रूप में प्रयोग हो रहे सिरिज व अन्य तरीकों से बचने के लिए जागरूक किया जाएगा। महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. मोहिनी गोयल बताती हैं कि राज्यपाल की पहल पर हम सभी लोग तैयार हैं। जल्द ही गांवों को गोद लिया जाएगा।