बुखार से तप रहे लाल, ओपीडी चल रही फुल
बहराइच : जिले में बेकाबू हो चले बुखार से मासूम उबर नहीं पा रहे हैं। जिला अस्पताल में हर र
बहराइच : जिले में बेकाबू हो चले बुखार से मासूम उबर नहीं पा रहे हैं। जिला अस्पताल में हर रोज बड़ी संख्या में गंभीर हालत में बच्चों को लेकर परिजन पहुंच रहे है। आलम यह है कि चिल्ड्रेन वार्ड के 40 बेड फुल हो जाने के बाद 40 और बेड बढ़ाए गए हैं। सघन चिकित्सा कक्ष को मिलाकर 90 बेडों पर 200 बच्चों का इलाज चल रहा है। दो-दो घंटे के लिए फिजीशियन चिकित्सकों को भी इमरजेंसी कक्ष में ड्यूटी लगाई गई है। बावजूद ओपीडी सुबह से ही फुल चल रही है।
तराई में बदले हालात से बुखार व अन्य मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे मासूमों की ¨जदगी बचाने के लिए सुबह से ही जिला अस्पताल में अभिभावकों की भीड़ उमड़ रही है। मौसमी बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को चिकित्सीय सेवाओं को लेकर बालरोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव यादव, डॉ. एके दयाल, डॉ. केके वर्मा, डॉ. एहतशाम अली, डॉ. मौर्या व डॉ. गयास अहमद ओपीडी कर रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि प्रतिदिन 90 से 100 बच्चे जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं। इनमें बुखार व डायरिया से पीड़ित बच्चों की संख्या सर्वाधिक होती है।
दोगुना किए गए बेड : बाल रोगियों की संख्या को देखते हुए बेड बढ़ाए गए हैं। चिल्ड्रेन वार्ड के बरामदे में 15 अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं। नवनिर्मित 100 शैय्या भवन में 25 बेड का विशेष वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा गंभीर रोगियों को सघन चिकित्सा कक्षा में रखा जा रहा है। लगभग 200 बालरोगी भर्ती चल रहे हैं।
24 घंटे शुरू हुई पैथोलॉजी, 500 किट और मंगाए : मेनिनजाइटिस व डेंगू संदिग्ध रोगियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए 500 अतिरिक्त जांच किट मंगाई गई है। बच्चों के त्वरित इलाज को लेकर सैंपल जांच के लिए 24 घंटे इमरजेंसी व्यवस्था की गई है, जिससे संदिग्ध रोगियों को राहत मिल सके।
जरूरी दवाएं उपलब्ध, अतिरिक्त बेड की मांग : जिला अस्पताल में जरूरी जीवनरक्षक दवाओं की खेप पहुंची है। कई नए उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। जिससे बच्चों के इलाज में कोई दिक्कत न हो। मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए शासन को और बेड उपलब्ध कराने का प्रस्ताव सीएमएस ने भेजा है। सीएमओ डॉ. एके पांडेय की ओर से भी बेड उपलब्ध कराया गया है।