मेडिकल कॉलेज में डीडी का खेल, 20 लाख हड़पने में जुटी कंपनी
वापस नहीं की गई 125 कर्मियों की डीडी जीत कंपनी का करार समाप्त
जासं बहराइच : राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत आउट सोर्सिंग कंपनी के सेवा विस्तार पर शासन ने रोक लगा दी है। शासन के फैसले से कॉलेज में तैनात 350 कर्मियों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है तो कंपनी दबे पांव लाखों रुपये कर्मियों की डीडी का हड़पने की जुगत में है। कर्मियों की ओर से जमा कराए गए डीडी (डिमांड ड्रॉफ्ट) को ज्वांइनिग के बाद ही वापस करने का करार में प्रावधान था। कंपनी का करार समाप्त होने पर कर्मचारी डीडी की रकम वापसी को लेकर दौड़ लगा रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी आश्वासन दे रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में लैब टेक्नीशियन, वार्डब्वाय, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, कंप्यूटर ऑपरेटर, वार्ड आया, एक्स-रे टेक्नीशियन, क्लर्क समेत अन्य पदों पर 350 कर्मियों की तैनाती के लिए प्रयागराज की जीत सिक्योरिटी एंड एचआर सर्विसेज से करार किया गया था। अप्रैल 2020 में करार समाप्त हो गया। शासन ने छह माह का विस्तार दिया। बढ़ाई गई समय सीमा भी समाप्त हो गई। भर्ती के दौरान कंपनी ने 20-20 हजार रुपये का डीडी जमा कराया था। इसे नियुक्ति के साथ वापस किया जाना था, लेकिन अब तक 125 से अधिक कर्मियों की डीडी कंपनी ने वापस नहीं की है।
कंपनी रसूखदारों के जरिए कार्यरत कर्मियों का दबे पांव डीडी वापस कर चुकी है, लेकिन अन्य कर्मियों के डीडी को लेकर आनाकानी कर रही है। आठ माह से अधिक का समय बीतने के बाद भी कॉलेज प्रशासन डीडी वापसी को लेकर कदम नहीं उठा रहा है।
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जैम पोर्टल से सेवा प्रदाता का होगा चयन
-मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों की नियुक्ति में पारदर्शिता को लेकर शासन ने जैम पोर्टल से सेवा प्रदाता कंपनी के चयन का मसौदा तैयार किया है। 31 दिसंबर के बाद कंपनी चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। तब तक इन्हीं कर्मियों से काम लिया जाएगा।
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-कंपनी को जमा डीडी वापस करने के लिए नोटिस दी गई है। जिन कर्मचारियों की डीडी वापस नहीं मिले हैं, वे कार्यालय में सूचना दे सकते हैं।
-डॉ. एके साहनी, प्राचार्य