रक्तदान कर इंजीनियर्स ने आरके दत्ता को किया याद
डॉ. एसके सिंह ने कहा कि रक्तदान से रक्तदाता को शारीरिक व मानसिक रूप से फायदा मिलता है जबकि रक्त प्राप्त करने वाले की जीवन रक्षा होती है।डॉ. एसके सिंह ने कहा कि रक्तदान से रक्तदाता को शारीरिक व मानसिक रूप से फायदा मिलता है जबकि रक्त प्राप्त करने वाले की जीवन रक्षा होती है।
जासं, बहराइच : इंजीनियर्स डिप्लोमा महासंघ ने रविवार को इंजीनियर स्वर्गीय आरके दत्ता का निर्वाण दिवस इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया। जिला अस्पताल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। 34 इंजीनियर्स ने रक्तदान किया। मुख्य अतिथि डीएम शंभु कुमार रहे। उन्होंने कहा कि असहाय व जरूरतमंदों की जिदगी को बचाने के लिए रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं है। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों को फल भी वितरित किए।
डीएम ने दीप प्रज्जवलित कर दत्ता के चित्र पर माल्यार्पण कर शिविर का शुभारंभ किया। कहा कि समाज के अन्य वर्गों के लोगों को भी रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। सीएमओ सीडीओ अरविद चौहान ने कहा कि रक्त देने को लेकर फैली भ्रांतियां महज अफवाह हैं। इससे शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, बल्कि रक्तदाता निरोगी होता है। डॉ. एसके सिंह ने कहा कि रक्तदान से रक्तदाता को शारीरिक व मानसिक रूप से फायदा मिलता है, जबकि रक्त प्राप्त करने वाले की जीवन रक्षा होती है। सीएमएस डॉ. डीके सिंह ने कहा कि इंजीनियर्स महासंघ की ओर से उठाए गए इस कदम से जरूरतमंदों की जिदगी बचाने में आसानी होगी। कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष चंद्र प्रताप ने कहा कि इंजीनियर्स रक्तदान करके समाज को एक संदेश देने का काम कर रहे हैं। 34 इंजीनियर्स ने रक्तदान कर पुण्य का काम किया। रक्तदान के साथ परिसर मे पौधरोपण भी किया गया। इंजीनियर आर पं. मशरिकी, ख्वाजा सिराजुद्दीन, शिव लोचन, समरजीत, पतिराम यादव, महेश नरायण, सौरभ शुक्ला व अन्य मौजूद रहे।