Bahraich: राष्ट्र विरोधी तत्वों की तलाश में सुरक्षाबलों ने खंगाली नेपाल सीमा, जंगल का चप्पा-चप्पा छान रहे जवान
भारत-नेपाल सीमा से सटे अब्दुल्लागंज जंगल में कुछ ऐसे लोगों के मौजूद होने की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को मिली थी जो किसी दूसरे देश की भाषा में बात कर रहे थे। मामले को गंभीरता से लेकर चौकन्नी हुई खुफिया एजेंसियों ने युवकों की तलाश में दिन भर कांबिंग की।
बहराइच, जागरण संवाददाता: भारत-नेपाल सीमा से सटे अब्दुल्लागंज जंगल में कुछ ऐसे लोगों के मौजूद होने की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को मिली थी, जो किसी दूसरे देश की भाषा में बात कर रहे थे। मामले को गंभीरता से लेकर चौकन्नी हुई खुफिया एजेंसियों ने युवकों की तलाश में दिन भर कांबिंग की। इस अभियान में एसएसबी, पुलिस, वन विभाग व पीएसी के जवान शामिल रहे।
बहराइच वन प्रभाग के तहत आने वाला अब्दुल्लागंज जंगल नेपाल सीमा से सटा हुआ है। सीमा की सुरक्षा में एसएसबी की 42वीं व 50वीं वाहिनी के अलावा देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में रहने वालों पर नजर रखने के लिए रॉ, आईबी समेत कई अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी तैनात हैं।
सोमवार को सुबह अब्दुल्लागंज जंगल में कुछ लोग दिखाई पड़े। सामान्य तौर पर इनकी भाषा अनजान देश की लग रही थी। माना जा रहा है कि जिन युवकों को जंगल में देखा गया, वे राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल लग रहे थे। इसकी भनक सुरक्षा एजेंसियों को हुई तो वे सक्रिय हो गए। आनन-फानन में सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े लोग पुलिस, पीएसी, वन विभाग व एसएसबी जवानों की कई गाड़ियों के साथ अब्दुल्लागंज जंगल की ओर रवाना हुए।
सुरक्षाकर्मियों का लाव-लश्कर देख ग्रामीण जंगल में अनहोनी की आशंका दिन भर रही। सुरक्षाकर्मियों ने दिन भर जंगल में कांबिंग की। समाचार लिखे जाने तक जवानों की टोली जंगल में युवकों की टोह लेती रही। एसपी प्रशांत वर्मा को जंगल में होने वाली हलचल का कारण जानने के लिए जब फोन किया गया तो उन्होंने इतना ही कहा कि इस मामले में मैं कुछ भी नहीं बता सकता।