Bahraich News: जज्बे को सलाम- पति को लगी शराब की आदत, परेशान पत्नी ने मुहिम छेड़ पूरे गांव को बनाया शराबमुक्त
मंजू ने पीड़ित महिलाओं को एकत्रित कर शराब विरोधी मुहिम छेड़ी। उनकी कोशिश से महिलाएं एकजुट होकर सामने आईं जिससे गांव में शराब बनना बंद हो गई। मंजू देवी के पति के साथ 95 प्रतिशत ग्रामीण शराब की लत से मुक्त हो गए हैं।
बहराइच, जागरण संवाददाता। दशक भर पहले तक चहलवा पंचायत के मंगलपुरवा गांव में घर-घर शराब बनना व पीना आम बात थी। खास कर पुरुष वर्ग नशे में धुत रहते और घर की महिलाओं को प्रताड़ित करते। इसी विडंबना की शिकार थीं मंजू देवी। शराबी पति विजय से तंग आकार मंजू देवी ने देहात संस्था के अगुआ रहे जितेंद्र चतुर्वेदी का सहयोग लिया और घर-घर जाकर पीड़ित महिलाओं को एकत्रित कर शराब विरोधी मुहिम छेड़ी।
उनकी कोशिश से महिलाएं एकजुट होकर सामने आईं, जिससे गांव में शराब बनना बंद हो गई। मंजू देवी के पति के साथ 95 प्रतिशत ग्रामीण शराब की लत से मुक्त हो गए हैं। अब महिलाएं खुशी से जीवन व्यतीत कर रही हैं।
महिलाएं जिला तक उठाती हैं हक की आवाज
इसके बाद मंजू देवी ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर काम किया। इस प्रभाव यह है कि महिलाएं अपने हक की आवाज गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक स्वयं उठाती हैं। मंजू ने बच्चों की शिक्षा के लिए कदम उठाया।
बेहतर शिक्षा के लिए गांव को किया एकजुट
विद्यालय में अध्यापकों की उपस्थिति एवं बेहतर शिक्षा के लिए गांव को एकजुट किया। अब चहलवा ग्राम पंचायत के सभी विद्यालय समय से खुल रहे हैं और अध्यापक भी समय से स्कूल आते हैं। बच्चों में भी शिक्षा की ललक है।
संगठन बनाकर 120 परिवारों को जोड़ा
उन्होंने देहात संस्था के सहयोग से मंगलपुरवा गांव में छह आजीविका अधिकार संगठन बनाकर 120 परिवार को जोड़ा। चहलवा गांव में 21 आजीविका अधिकार संगठन बनाकर 400 परिवारों को लगातार जागरूक कर रही हैं। गांव के नागरिकों को ग्राम सभा, ग्राम सभा समिति, ग्राम सभा के सदस्य आदि के बारे में लगातार जागरूक कर रही हैं।