Bahraich: बुढ़ापे की लाठी टूटी-बच्चे हुए अनाथ, पत्नी की हत्या कर खुद लगाई फांसी, घटना के पीछे चौंकाने वाला कारण
गांव के रहने वाले सम्मारी (30) ने अपनी पत्नी श्री देवी (29) की पीट-पीट कर हत्या कर दी। दरअसल सम्मारी को शक था कि उनकी पत्नी का किसी दूसरे आदमी से अवैध संबंध है और वह उससे फोन पर भी बात करती है।
बहराइच, जागरण संवाददाता। माना जाता है कि पति-पत्नी का रिश्ता वफादारी की बुनियाद पर टिका होता है और इसी बुनियाद पर पूरा परिवार सुखी रहता है। लेकिन इस बुनियाद के डांवाडोल होने पर ऐसी आफत आन पड़ती है, जिससे पूरा परिवार तहस-नहस हो जाता है।
कुछ ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर खुद फांसी लगा ली। दंपति की मौत के बाद उनके पीछे घर में बुजुर्ग पिता और तीन बच्चे छूट गए हैं।
रात को हुई थी पति-पत्नी में कहासुनी
जानकारी के मुताबिक, घटना जिले के गांव बभनौटी शंकरपुर की है। गांव के रहने वाले सम्मारी (30) ने अपनी पत्नी श्री देवी (29) की पीट-पीट कर हत्या कर दी। दरअसल, सम्मारी को शक था कि उनकी पत्नी का किसी दूसरे आदमी से अवैध संबंध है और वह उससे फोन पर भी बात करती है। इसी को लेकर दोनों के बीच मंगलवार रात कहासुनी हुई थी।
सुबह बच्चे ने देखा दोनों का शव
बताया गया कि कहासुनी होने के बाद सम्मारी ने रात को ही अपनी पत्नी की पीट-पीट कर हत्या की है। वहीं पत्नी की मौत के बाद होश खोए सम्मारी ने खुद भी घर में ही फांसी लगा ली। बुधवार की सुबह होने पर दंपति के बड़े बेटे ने कमरे में दोनों को मृत हालत में देखा ताे उसने अपने बाबा को यह बात बताई।
अनहोनी की आशंका के चलते सम्मारी के पिता मूलचंद्र बच्चे के साथ भागकर घर पहुंचे। वे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैतृक घर से 500 मीटर दूर बने मकान में रहते हैं। मूलचंद्र ने पैतृक घर में बहू-बेटे का शव देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। आस-पास के लोगों को खबर हुई तो मौके पर पुलिस बुला ली गई।
फारेंसिक टीम ने लिए नमूने
घटनास्थल पर पहुंचे प्रभारी थानाध्यक्ष विकास वर्मा की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अशोक कुमार, क्षेत्राधिकारी कैसरगंज कमलेश कुमार सिंह एवं थानाध्यक्ष हरदी ज्ञान सिंह मौके पर पहुंचे व जांच की। फारेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंच कर नमूने इकट्ठे किए।
चार महीने पहले हुआ था शक
घटना के बाद मृतक के पिता मूलचंद्र एवं अन्य स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। पीड़ित पिता ने बताया कि उसका बेटा इकलौता था। वे पति-पत्नी हाता पर रहते थे। मृतक दंपति के तीन बेटे धर्मेंद्र (07), जितेंद्र (05) व रविंद्र (02) है।
पिता ने बताया कि करीब चार महीने पहले उनके बेटे सम्मारी को शक हुआ कि उसकी पत्नी किसी अन्य पुरुष से फोन पर बात करती है तथा अवैध संबंध है, तभी से सम्मारी अवसाद में रहने लगा। आए-दिन दंपति आपस में लड़ते थे। कई बार समझाया, मानसिक परेशानी का इलाज भी करवाया, लेकिन मंगलवार की रात बात बिगड़ गई।
अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि पति को हमेशा अपनी पत्नी पर किसी अन्य पुरुष से फोन पर बात करने का शक था। इसी कारण ऐसी जघन्य वारदात की। घटना के हर पहलू की जांच की जा रही है।
सीधे-साधे थे दंपति
प्रधान प्रतिनिधि जयंकर सिंह ने बताया कि मृत दंपति मिलनसार व सीधे-साधे लोग थे। गांव-क्षेत्र के किसी भी मामलों में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं रहता था। पति-पत्नी के बीच शक ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया।
बच्चों को कौन संभालेगा
अवैध संबंध के शक के चलते घटी इस घटना के कारण मूलचंद्र की बुढ़ापे की लाठी टूट गई और छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए। बुजुर्ग मूलचंद्र के कंधों पर तीन पोतों के पालन-पोषण का भार आ गया है। बदहवास मूलचंद्र बस इतना ही कह पा रहे हैं कि बूढ़े बाप से बहू-बेटे का शव नहीं उठाया जा सकेगा। उन्हें कौन कंधा देगा। बच्चों को कौन संभालेगा।