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सिधी साहित्य एवं संस्कृति को बचाने की जरूरत : ओमी

जासं बहराइच सिधी भाषा साहित्य व संस्कृति को बचाने के लिए जागरूकता की जरूरत है। यह कहन

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 10:16 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 10:16 PM (IST)
सिधी साहित्य एवं संस्कृति को बचाने की जरूरत : ओमी
सिधी साहित्य एवं संस्कृति को बचाने की जरूरत : ओमी

जासं, बहराइच : सिधी भाषा, साहित्य व संस्कृति को बचाने के लिए जागरूकता की जरूरत है। यह कहना था सिधी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी का। वे बहराइच जिले के सिधी समाज के लोगों से ऑनलाइन बातचीत कर रहे थे।

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उन्होंने समाज के मुखिया कन्हैयालाल रूपानी, पुलकित धमेजा, जिया धमेजा, ओमप्रकाश रूपानी व अन्य से सिधी समाज को जागरूक करने के लिए चर्चा की। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सिधी साहित्य व सिधी त्योहार धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिधी संतों, महापुरुषों, शहीदों का इतिहास जिदा रखने के लिए 'सिधीयत बचाओ ऑनलाइन जागरूकता अभियान' चलाया जा रहा है। यह अभियान 20 अगस्त तक चलेगा। कहा कि सिधी समाज टीजड़ी, गोगो, थदड़ी, सगडा त्योहार उत्साह के साथ मनाने की परंपराएं समाप्त होती जा रही हैं।


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