पात्रता की सूची में नाम होने के बाद भी नहीं मिला आवास
बहराइच फखरपुर ब्लॉक के भौरी गांव में पीएम आवास आवंटन में खेल हो रहा है। पात्रता की
बहराइच : फखरपुर ब्लॉक के भौरी गांव में पीएम आवास आवंटन में खेल हो रहा है। पात्रता की सूची में नाम होने के बाद भी पात्रों को आवास नहीं मिल रहा है। यहां तक की 'माननीयों' के दिशा-निर्देश को भी जिम्मेदार नहीं मान रहे है। बच्चालाल पुत्र ढोढ़े को ही लें। इनका नाम पीएम आवास सूची के क्रमांक 48 पर दर्ज है और इनके पास पक्का मकान भी नहीं है। फूस की झोपड़ी में दिन गुजार रहे है। इसके बाद भी इन्हें आवास मुहैया नहीं कराया जा रहा है। बच्चाराम ही नहीं, ऐसे कई लोग हैं जो पात्र होते हुए भी अपात्रों की कतार में खड़े हैं।
भौरी गांव के बच्चाराम बताते हैं कि पात्रता की सूची में उनका नाम है, लेकिन प्रधान व वीडीओ नहीं चाहते हैं कि उन्हें आवास मिले। इनका तो यहां तक कहना है कि आवास के नाम पर 20 हजार रुपये की मांग की जा रही है। रुपये न देने के कारण उन्हें अपात्रों की श्रेणी में रखा गया है। यहां के लोग बताते हैं कि वर्ष 2015 से अब तक जिन लोगों को आवास दिए गए हैं, जांच कराई जाय तो आवास आवंटन में अनियमितता की कलई खुल जाएगी। आवास न मिलने से जरूरतमंद लोग फुसहर मकान में किसी तरह दिन काट रहे हैं। अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। महसी विधायक ने भी बीडीओ फखरपुर को लिखा था कि बच्चाराम का नाम आवास सूची में है। यह छप्पर के मकान में रहते हैं। इन्हें न्याय सुलभ कराएं। यही नहीं सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने भी सीडीओ को इस प्रकरण को गंभीर बताते हुए जांच कराकर आवास दिए जाने के संबंध में लिखा था। माननीयों के लिखने के बाद भी बच्चाराम को एक अदद आवास नहीं मिल पाया है। बीडीओ से लेकर मुख्यमंत्री तक शपथ पत्र देकर आवास आवंटन के लिए बच्चाराम गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इनकी आवाज सुनने को कोई तैयार नहीं है। पीडी अनिल ¨सह बताते हैं कि ऐसी शिकायत उनके पास नहीं आई है। अगर पैसे की मांग की जा रही है या अनियमितता बरती जा रही है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।