इको टूरिज्म के लिए खुलेगा फाउंडेशन का खजाना
दुधवा टाइगर कंजरर्वेशन फाउंडेशन की आज होगी अहम बैठक जमा धनराशि के इस्तेमाल के तरीके पर लिया जाएगा निर्णय
मुकेश पांडेय, बहराइच : कतर्निया जंगल में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए दुधवा टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन में जमा धनराशि खर्च की जाएगी। इसके लिए ट्रस्ट की 22 जनवरी को होने वाली बैठक में खाते में जमा धनराशि के इस्तेमाल के तरीके पर निर्णय लिया जाएगा। उम्मीद है कि थारू हट समेत गेस्ट हाउसों की आंशिक मरम्मत के साथ पर्यटकों की सुविधाओं को बेहतर बनाने पर फाउंडेशन की धनराशि खर्च करने पर निर्णय हो जाएगी।
राज्य सरकार ने ई-को टूरिज्म को बढ़ावा देने के वित्तीय वर्ष 2018-19 में दुधवा टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन का गठन किया था। जिसके संरक्षक वनमंत्री दारा सिंह चौहान हैं। दुधवा के फील्ड डाइरेक्टर संजय पाठक को इसका सचिव बनाया गया है। बलहा की विधायक सरोज सोनकर भी इस ट्रस्ट की सदस्य हैं। यहां के प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत समेत तीनों डीएफओ को सदस्य बनाया गया है। फाउंडेशन की पहली बार वृहद पैमाने पर हो रही बैठक में खाते में जमा धन राशि के इस्तेमाल को लेकर निर्णय किया जाना है। बीते 18 जनवरी तक केवल कतर्निया जंगल के पर्यटन से हुई आय का 40 लाख 90 हजार 220 रुपये खाते में जमा हो चुका है।
इस धनराशि का उपयोग किस तरह किया जाना है, इसको लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। इसलिए शुक्रवार को दुधवा में होने वाली बैठक काफी अहम मानी जा रही है। जानकारों के मुताबिक वन्य जीव हमले में मृत एवं घायलों को त्वरित तौर पर दी जाने वाली सहायता राशि को फाउंडेशन की मद से उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके साथ गेस्ट हाउस की साज-सज्जा के साथ ही छोटी जरूरतों को पूरा करने, बोटिग में इस्तेमाल हो रही नावों एवं विभागीय वाहनों की मरम्मत कराने, जनरेटर, सोलर लाइट के रखरखाव आदि मदों के लिए इस धनराशि के इस्तेमाल करने पर विचार किया जाएगा। -----इनसेट------
कतर्निया वन्य जीव प्रभाग में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों की सुविधाओं को और बेहतर बनाने की जरूरत है, जिस पर फाउंडेशन की बैठक में विचार किया जाएगा।
-सरोज सोनकर, विधायक बलहा