व्यवस्था नहीं सुन रही व्यथा, बिना दवाएं कैसे लड़ेंगे कोरोना से जंग
तेजी से बढ़ रहे संक्रमित जरूरी दवाओं की भेजी गई डिमांड मशीनों को किया जा रहा रि- एक्टिवेट बनी अस्थायी ओटी
बहराइच : कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच मेडिकल कॉलेज में संक्रमितों की जिदगी बचाने के लिए जरूरी दवाएं नदारद हैं। कई दिन पहले दवाओं की डिमांड भेजी जा चुकी है। आधुनिक मशीनों को दोबारा सक्रिय किया जा रहा है, ताकि गंभीर मरीजों की जिदगी बचाई जा सके। तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच दवाओं की कमी चिकित्सकों के लिए चुनौती बन रही है।
जिले में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। संक्रमितों के इलाज के लिए 280 बेड आरक्षित किए गए हैं। दिनों-दिन संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में संक्रमितों के लिए जरूरी रेमडेसिविर व इनआक्सपोरिन इंजेक्शन की कमी इलाज में आड़े आ रही है। कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए कई माह पहले ही कारपोरेशन को डिमांड भी भेज दी गई थी, लेकिन अभी तक दवाओं की आपूर्ति ही नहीं की गई है। हालाकि हालात को देखते हुए बर्न वार्ड के ऊपरी मंजिल पर अस्थायी ऑपरेशन थियेटर भी बना दिया गया है। उसी से सटा हुआ लेबर रूम भी बनाया गया है, ताकि आपात स्थिति पर तत्काल संक्रमित गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन किया जा सके। संक्रमित के लिए जरूरी हैं दोनों इंजेक्शन
डॉ. ओपी पांडेय बताते हैं कि दोनों इंजेक्शन संक्रमितों के लिए बेहद जरूरी हैं। कोरोना संक्रमित में खून गाढ़ा होने लगता है। इसका पतला करने के लिए इनआक्सोपोरिन इंजेक्शन देना बहुत ही जरूरी होता है। दवाओं की डिमांड कारपोरेशन को भेजी गई है। दवाएं जल्द आने की उम्मीद हैं। अन्य सेवाएं उपलब्ध हैं। चिकित्सा कर्मियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है।
डॉ. डीके सिंह, सीएमएस, बहराइच