आठवें दिन उत्तम त्याग धर्म की पूजा अर्चना की
संवाद सहयोगी, बड़ौत (बागपत): दशलक्षण पर्व के आठवें दिन जैन श्रद्धालुओं ने उत्तम त्याग धर्म की पूजा
संवाद सहयोगी, बड़ौत (बागपत): दशलक्षण पर्व के आठवें दिन जैन श्रद्धालुओं ने उत्तम त्याग धर्म की पूजा-अर्चना की।
शहर के शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में पंडित रामकुमार शास्त्री के निर्देशन में उत्तम त्याग धर्म की पूजा की गई। इस मौके पर रमेश चंद जैन, बालकिशन जैन, अमित जैन, नवीन जैन, सचिन जैन, अनिल जैन, सतीश जैन आदि मौजूद रहे। बिनौली स्थित श्री दिगंबर जैन पुराना मंदिर में पंडित सुमित शास्त्री के निर्देशन में श्रद्धालुओं ने प्रात:काल शांतिधारा, जिनेंद्र अभिषेक, पंचपरमेष्ठी विधान, दोपहर में छह ढाला की विशेष पूजा की। पंडित सुमित शास्त्री ने कहा कि संयम मनुष्य का सबसे कीमती आभूषण है। विपरीत परिस्थितियों में संयम से कार्य करने वाला मनुष्य ही सफलता प्राप्त करता है। सायंकाल मंदिर मंच पर अभिषेक शास्त्री के निर्देशन में भक्ति, प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं भी हुईं। मदनसेन, दीपक जैन, राकेश जैन, पप्पन जैन, गौरव जैन, नीरज जैन, सुभाष जैन, पीयूष जैन, छवि जैन, सीमा जैन, महक जैन, संजू जैन राखी जैन आदि मौजूद रहे। उधर, श्री 1008 अजितनाथ दिगंबर जैन प्राचीन मंदिर मंडी बड़ौत में मुनि श्री 108 सुरत्न सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में श्री दशलक्षण महामंडल विधान की पूजन की गई तथा उत्तम त्याग धर्म अंगीकार किया गया। धर्मसभा में सुभाष जैन, मुकेश जैन, वरदान जैन ,प्रदीप जैन मनोज , विनोद जैन ,सुनील जैन विजेंद्र जैन, अशोक जैन आदि उपस्थित थे। शाम को मंदिर जी में गुरु भक्ति और आरती हुई तथा उसके बाद सीमा दीदी द्वारा निर्देशित बच्चों का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसका पुरस्कार वितरण सुनील जैन ने किया। उधर,
दिगंबर जैन समाज समिति के तत्वाधान में बड़ा जैन मंदिर, छोटा जैन मंदिर, अतिथि भवन में महामंडल विधान का आयोजन किया गया। बड़ा जैन मंदिर में तेरहद्वीप महामंडल विधान का आयोजन किया गया। पंडित आशुतोष शास्त्री ने उत्तम त्याग की व्याख्या करते हुए कहा कि अंतरंग और बहिरंग दोनों प्रकार के परिग्रहों का त्याग उत्तम त्याग है। नगर में दिगंबर जैन बड़ा मंदिर, नेहरू रोड़ पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर, दिगंबर जैन छोटा मंदिर, पारस विहार पारसनाथ मंदिर, नेहरू मूर्ति दिगंबर जैन, अतिथि भवन में सप्तम दिन का पर्व उत्साहपूर्वक मनाया गया। मं?दिरों में मंडल विधान की सुंदर रचनाएं हुईं, कई जगहों पर झाकियां, तो कहीं स्वर्ण व रजत उपकरणों से जिनालयों को सजाया गया। शाम को दिगंबर जैन अतिथि भवन में भगवान की मंगलमय आरती संपन्न हुई। नेहरू रोड़ पारसनाथ मंदिर में कवि हिमांशु अग्रवाल अलंकार, कवि विनीत मित्तल, संयम जैन, अमन जैन द्वारा काव्यपाठ किया गया। तेरहद्वीप विधान में अचलमेरु संबंधी समस्त अकृत्रिम जिन¨बब की वंदना करते हुए उनकी पूजा एवं अर्घ्य चढ़ाए गए। दिगंबर जैन समाज समिति बड़ौत के अध्यक्ष प्रवीण जैन, मंत्री अतुल जैन सर्राफ, मेला संयोजक मनोज जैन मसाला, आलोक मित्तल, अंकुर जैन, प्रदीप जैन, प्रशासनिक प्रतिनिधि राजन जैन, आलोक जैन, सुभाष जैन, पंकज जैन, मुकेश जैन, वीर बहादुर जैन, रमेश जैन, श्रेयांश जैन, नवीन जैन, धनेंद्र जैन आदि ने धर्मलाभ लिया।