कौन खा गया 211 अति कुपोषित बच्चों का घी? डीएम भी हैरान
जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर बड़ौत शहर में सरकारी दफ्तरों में कैसी व्यवस्था है इसकी असलियत जानने के लिए डीएम ने सीडीपीओ दफ्तर का निरीक्षण किया। वहां गंभीर लापरवाही पाकर वह हैरान रह गईं।
जेएनएन, बागपत : जिला मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर बड़ौत शहर में सरकारी दफ्तरों में कैसी व्यवस्थाएं चल रही हैं, इसकी असलियत जानने के लिए मंगलवार को डीएम ने अचानक सीडीपीओ कार्यालय पर छापा मारा। डीएम को देख वहां मौजूद कर्मचारी अवाक रह गए। यहां डीएम के निरीक्षण के दौरान अति कुपोषित बच्चों के 211 घी के पैकेट गायब मिले। पैकेट कहां गए? इस सवाल के जवाब पर डीएम संतुष्ट नहीं हुईं।
डीएम ने कुपोषित बच्चों के अभिलेख और घी का स्टॉक चेक किया, तो रजिस्टर में 128 अति कुपोषित बच्चे पंजीकृत मिले। शासन से 366 अति कुपोषित बच्चों के लिए घी भेजा गया। स्टॉक में 27 घी के मात्र पैकेट मिले। डीएम ने कुपोषित बच्चों के अलॉटमेंट में अनियमितता मिलने पर सुपरवाइजर और सीडीपीओ को कठोर चेतावनी दी। अतिकुपोषित बच्चों को त्रैमासिक घी देने के निर्देश दिए। उधर, बीआरसी बड़ौली के निरीक्षण में डीएम को लिपिक प्रदीप तोमर अनुपस्थित मिले, इनका वेतन रोकने के निर्देश दिए। केंद्र पर सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली। डीएम ने मानव संपदा पोर्टल को भी देखा। एलआइसी कर्मचारियों ने लंबित मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
बागपत : संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर भारतीय जीवन बीमा निगम की बड़ौत शाखा के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और सरकार पर श्रम विरोधी नीतियों को लागू करने का आरोप लगाया।
मंगलवार को शाखा कार्यालय परिसर में एकत्र हुए कर्मचारियों ने अपनी मांगों लेकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि निगम कर्मचारियों के अगस्त 2017 से लंबित वेतन पुनर्निर्धारण, पेंशन अपडेशन, फैमिली पेंशन में बढ़ोतरी आदि मांगें हैं। चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगों का निस्तारण नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में सुधीर कुमार, सुमित तोमर, अक्षय जैन, राजवीर श्रमा, संजय शर्मा, विकास भटनागर, आलोक गुप्ता, नवीन सैनी, जयवीर तोमर, तेजबीर सिंह, राजेंद्र तोमर आदि शामिल थे।