जब अचानक कार्यकर्ता की शादी में आ पहुंचे थे एनडी तिवारी
जागरण संवाददाता, बागपत : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी का बागपत से
जागरण संवाददाता, बागपत : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी का बागपत से काफी नाता रहा है। बागपत में उनके समर्थकों की लंबी फौज रही। उनके निधन की खबर सुन समर्थकों को सदमा लगा है। एनडी तिवारी ने साल 1984-85 में बागपत से जीतकर विधानसभा पहुंचे कोकब हमीद को अपनी सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री बनाकर बागपत को बड़ी सौगात दी थी। हेवा गांव निवासी स्व. रामदास हेवा को विधान परिषद भेजने में तिवारी जी की अहम भूमिका रही है।
स्व. तिवारी जी पार्टी कार्यकर्ताओं को कितना ख्याल रखते थे इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि अचानक बागपत कार्यकर्ता अनिलदेव त्यागी की शादी में शामिल होकर बड़प्पन का सबूत दिया। अनिलदेव त्यागी फोटो दिखाते हुए बताते हैं कि 20 जून 1997 को अपनी शादी का कार्ड देने के लिए दिल्ली में तिवारी जी के पास पहुंचे। तिवारी जी ने कार्ड पढ़ने के बाद कहा कि त्यागी जी माफ करना 24 जून को हम आपकी शादी में नहीं आ सकेंगे, क्योंकि हमें उप राष्ट्रपति के चुनाव के लिए नामांकन कराना है। आप हमारी शुभकामना अभी स्वीकार कर लो।
हम नि¨श्चत हो गए कि तिवारी जी नहीं आएंगे। हमारे समेत पूरा बागपत के बा¨शदे तब हैरान रह गए जब शादी वाले दिन प्रात: नौ बजे तिवारी जी अचानक उनके घर पहुंच गए। बोले कि शादी का घर है, लेकिन चहल पहल क्यों नहीं? हमने बताया कि शादी का इंतजाम यमुना इंटर कालेज बागपत में है। यह सुन तिवारी जी बोले कि यमुना इंटर कालेज में चलते हैं। हमनें पूछा कि तिवारी जी आपने शादी में आने से इंकार किया था, लेकिन आप..। तिवारी जी ने जवाब दिया कि हमनें सोचा कि कार्यकर्ता के लिए इससे बड़ा सरप्राइज और क्या होगा? यही सोचकर आपकी शादी में आए हैं। उनके निधन की खबर से हमें गहरा झटका लगा है।
कांग्रेस के बड़ौत नगर अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि स्व. एनडी तिवारी एक बार संजय गांधी के साथ बड़ौत में एक सभा में आए थे। वहीं कांग्रेस बड़ौत नगर के अध्यक्ष राकेश शर्मा, जिलाध्यक्ष चौ. रामकुमार ¨सह, पूर्व बिजेंद्र ¨सह बामनौली, सत्यपाल ¨सह पथौलिया, घनश्याम शर्मा, प्रधानाचार्य तेजपाल शर्मा समेत अनेक कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के निधन पर दुख जताया। इन्होंने ने कहा कि एनडी तिवारी ने जितना विकास कराया उतना आज तक कोई नहीं करा सका। बागपत से सटी गाजियाबाद की ट्रानिका सिटी भी तो तिवारी जी की ही देन है। बिजेंद्र बामनौली कहते हैं कि रमाला चीनी मिल भी तिवारी जी की देन है।