हैरान कर रहा मौसम का मिजाज
अक्टूबर का तीसरा सप्ताह चल रहा है लेकिन धूप के तेवर अब भी नरम नहीं हो रहा।
बागपत, जेएनएन: अक्टूबर का तीसरा सप्ताह चल रहा है, लेकिन धूप के तेवर अब भी नरम नहीं हो रहे हैं। दोपहर ही नहीं, कई बार तो रात में भी पीसने छूटने लगते हैं। मौसम के आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि अबकी बार तापमान पिछले साल से ज्यादा बना हुआ है। मौसम के इस मिजाज से स्वास्थ्य और कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
बीमारियों की चपेट
में आ रहे लोग
मौसम के मिजाज से बड़ी संख्या में लोग बुखार, खांसी, जुकाम, सिरदर्द और बदन दर्द परेशान होकर अस्पताल आ रहे हैं।
सीचएसी अधीक्षक डा. विभाष राजपूत कहते हैं कि बदलते मौसम में ठंडे पेय पदार्थ लेने से बचें। पसीना आने पर ठंडा पानी पीने से बचें। खुले आसमान तले सोने से बचें। बीमार होने पर खुद दवा लेने के बजाय डाक्टर के पास जाएं।
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अभी ठीये सजाकर बैठे हैं जनाब
पिछले साल अक्टूबर के दूसरे सप्ताह बाद मूंगफली की मांग खूब बढ़ गई थी, लेकिन अबकी बार सड़क किनारे फड़ लगाकर बैठे विक्रेता ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं।
जिला संभल के रघोली गांव निवासी कमल हसन और रिजवान बताते हैं कि वे पांच-छह साल से इस सीजन में बागपत में ठीये लगाकर मूंगफली बेचते रहे हैं। दस अक्टूबर के बाद मूंगफली की खूब बिक्री होती थी। इस साल आज 17 अक्टूबर हो गई, पर कोई मूंगफली खरीदने ही नहीं आया। धूप के तेवर नरम होने पर ही मूंगफली की मांग बढ़ेगी। गाजर का हलवा, सकरकंद और सिघाड़े तो बाजार में
नजर ही नहीं आए।