अंडरपास में भरा पानी, बना राहगीरों की फजीहत
रेलवे अंडरपास में भरा बारिश का पानी राहगीरों के लिए फजीहत बनने लगा है।
बागपत, जेएनएन। रेलवे अंडरपास में भरा बारिश का पानी राहगीरों के लिए फजीहत बनने लगा है। शिकायतों के बाद भी अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। राहगीरों ने पानी निकासी की समूचित व्यवस्था कराने की मांग की है।
रेलवे ने ट्रैक पर आने वाले अधिकांश फाटकों को खत्म कराकर अंडरपास का निर्माण कराया था। विभाग ने अंडरपास होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कराया था, परंतु अब अंडरपास राहगीरों की लिए बारिश के मौसम में आफत बनते जा रही है। दो सप्ताह से चल रही बारिश में आए दिन अंडरपास पानी में लबालब हो जाते हैं। कोई न कोई वाहन सवार पानी के बीच में ही वाहन खराब होने के कारण फंस जाता है। दो दिन पूर्व बसी फखरपुर अंडरपास में दो बाइक सवार डूबने से बाल बाल बचे थे। ट्रैक्टर की मदद से बाइक को निकाला गया था। यह हालत फखरपुर ही नहीं बल्कि सुन्हैड़ा, बसी, खेकड़ा, गोठरा, फिरोजपुर आदि के अंडरपास की भी है। विभाग पंप से पानी निकालवाता है लेकिन चार बारिश की बूंद से फिर अंडरपास में पानी भर जाता है। पानी भरने से राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। राहगीरों ने विभाग से समस्या की समुचित व्यवस्था कराए जाने की मांग की है। यमुना में डूबी फसलों का मुआवजा दे सरकार
रालोद नेता ओमबीर ढाका ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यमुना में हथिनीकुंड बैराज से रोज पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे बागपत के सैकड़ों किसानों की करोड़ों रुपये की फसल डूब गई। सरकार को पानी से कटान रोकने के लिए यमुना में पत्थर की ठोकर तथा तटबंध बनवाने
की चिता नहीं है। किसानों को डूबी फसलों का मुआवजा देने की मांग की। विक्रम, उस्मान, योगेंद्र पाबला, सतेंद्र, अमित, महाराज सिंह मौजूद रहे। जासं।