इंटरनेट मीडिया पर राजनीतिक दलों के समर्थकों में चल रहा वाकयुद्ध
विधानसभा चुनाव का रणसिघा बजते ही चुनावी मैदान में राजनीतिक दलों ने बिसात बिछात बिछा दी है। दलों ने उम्मीदवार को जिताने के लिए योजना भी उतार दी।
बागपत, जेएनएन। विधानसभा चुनाव का रणसिघा बजते ही चुनावी मैदान में राजनीतिक दलों ने बिसात बिछा दी। दलों ने उम्मीदवार को जिताने के लिए रणनीति बनाकर मैदान में उतार दी। मतदान दस फरवरी को होगा, लेकिन इससे पहले वाकयुद्ध इस समय इंटरनेट मीडिया तेज है। इसमें समर्थक एक-दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
जिले में इंटरनेट मीडिया पर वाकयुद्ध में राजनीतिक पार्टियों के अध्यक्षों को मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है। यहां तक कि मंत्रिमंडल में किस को कौन सा पद देना है, इसकी भी जुबानी जंग में घोषणा कर दी है। इस वाकयुद्ध में जो भी जिस पार्टी के समर्थक हैं, वे अपने उम्मीदवार को जिता रहे हैं। एक दूसरे के विपक्षी बने लोग एक कमेंट करते हैं, तो उसके बाद बौछार शुरू हो जाती है। पुराने फोटो, वीडियो और पुराने कमेंट को अपलोड कर रहे हैं। सबसे अधिक जुबानी जंग केवल भाजपा और गठबंधन यानी सपा और रालोद के कार्यकर्ताओं के बीच चल रही है। कुछ पोस्ट पर बसपा के कार्यकर्ता भी कटाक्ष कर रहे हैं। कांग्रेस के कुछ समर्थक भी जुड़े हुए हैं, जो अपने आप को कम नहीं आक रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कार्यकर्ताओं को अपने भड़ास निकलाने का पूरा मौका मिल रहा है। इस जुबानी जंगल में जो ग्रुप पर वोटर है, वो शांत है। कार्यकर्ताओं के बयानबाजी को देखकर उसका लुत्फ उठा रहे है।
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इंटरनेट मीडिया को भी बांट
दिया जाति-धर्म में
चुनावी महासमर में हर कोई वोटर बनकर अपनी ताकत का अहसास कराने को तैयार है। इंटरनेट मीडिया इस समय प्रचार का सबसे बड़ा माध्यम बना हुआ है। कुछ संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंटरनेट मीडिया को जाति और धर्मों में बांटा हुआ है। कमेंट के माध्यम से गर्मा गर्मी चल रही है, जिसमें उल्टे-सीधे कमेंट किए जा रहे है। विधानसभा चुनाव में वाकयुद्ध फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप, इंस्टाग्राम पर चल रहा हैं।