जांच मकान विवाद या जहरखुरानी गिरोह पर टिकी
नगर में विक्रांत हत्याकांड में पुलिस की जांच में अभी तक जहर खुरानी गिरोह या मकान के विवाद को लेकर टिकी हुई है। नगर स्थित पांडव नगर में हुए विक्रांत हत्याकांड के चौथे दिन पुलिस की जांच दो बिदुओं पर टिक गई है।
बागपत, जेएनएन। नगर में विक्रांत हत्याकांड में पुलिस की जांच में अभी तक जहरखुरानी गिरोह या मकान के विवाद को लेकर टिकी हुई है।
नगर स्थित पांडव नगर में हुए विक्रांत हत्याकांड के चौथे दिन पुलिस की जांच दो बिदुओं पर टिक गई है। पहला कारण मकान के विवाद को लेकर रंजिश और दूसरा उसका जहरखुरानी गिरोह का सक्रिय सदस्य होना। पुलिस का दावा है कि इन्हीं दो बिदुओं में से एक को लेकर विक्रांत को मौत के घाट उतारा गया है। विक्रांत का दोस्त यदि पुलिस की पकड़ में आ जाए, तो हत्याकांड के राजफाश की राह आसान हो जाएगी। गौरतलब है कि 23 सितंबर की सुबह विक्रांत का शव उसी के मकान में मिला था। रात को उसके साथ मकान पर रुका विक्रांत का दोस्त घटना के बाद फरार हो गया था। विक्रांत की हथौडे़ से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। विक्रांत के पिता कृष्णपाल ने घटना की वजह मकान का विवाद बताते पांच आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
उधर, ट्योढ़ी गांव में 20 सितंबर की रात लगभग नौ बजे घर पर ही संजय शर्मा को गोली मार दी थी। संजय को मेरठ रेफर किया था, जहां देर रात संजय ने दम तोड़ दिया था। संजय के भाई ने आरोपित मनोज उर्फ पंछी, दीपक शर्मा उर्फ मोनू, ओमबीर, सुमित व कुलदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना में पुलिस की जांच पुरानी रंजिश पर टिक गई है।
इंस्पेक्टर आरके सिंह ने बताया कि बड़ौत नगर में विक्रांत की हत्या में अभी तक जांच में सामने आया है कि विक्रांत जहर खुरानी गिरोह से जुड़ा था और वह एक युवती और युवक के साथ बिजनौर से जहर खुरानी की घटना में जेल भी गया था। दूसरा मकान का विवाद चल रहा था। विक्रांत के दोस्त की तलाश की जा रही है वह ही बताएगा कि हत्या का कारण जहर खुरानी गिरोह में आपसी झगड़ा रहा है या मकान का विवाद। ट्योढ़ी गांव के संजय शर्मा की हत्या में जांच पुरानी रंजिश पर चल रही है।