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नगर पंचायत का दर्जा मिलने की घोषणा से खुशी

रटौल को नगर पंचायत का दर्जा मिलने की घोषणा से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। नगर पंचायत बनने से गांव का विकास व मूलभूत सुविधाएं मिलने के साथ गंदगी की समस्या से निजात मिलेगा। पंचायत घोषित करने के लिए दो दशक से ग्रामीण प्रयासरत थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 10:30 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 06:13 AM (IST)
नगर पंचायत का दर्जा मिलने की घोषणा से खुशी
नगर पंचायत का दर्जा मिलने की घोषणा से खुशी

बागपत, जेएनएन। रटौल को नगर पंचायत का दर्जा मिलने की घोषणा से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। नगर पंचायत बनने से गांव का विकास व मूलभूत सुविधाएं मिलने के साथ गंदगी की समस्या से निजात मिलेगी। पंचायत घोषित करने के लिए दो दशक से ग्रामीण प्रयासरत थे।

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बागपत जिले में तीन पालिका और पांच नगर पंचायत हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार छपरौली की आबादी 18,970, दोघट 14,166, टीकरी 14,092, अग्रवाल मंडी टटीरी 13,873 व अमीनगर सराय की 11,174 है। जिले की केवल छपरौली नगर पंचायत की आबादी ही रटौल से 1100 अधिक है। गांव के सत्यवीर सिंह का कहना है कि गांव के नगर पंचायत बनने से विकास को अधिक राशि मिलेगी। इससे गांव की सफाई के साथ अन्य सुविधाएं भी मिलेगी। प्रधान प्रतिनिधि डा. जाकिर हसन का कहना है कि नगर पंचायत का दर्जा दिलाने को 1999 से प्रयासरत हैं। तीन माह पूर्व सांसद व शहरी विकास मंत्री को पत्र लिखा था। एडवोकेट अशोक सैनी का कहना है कि पंचायत का दर्जा मिलना गांव के लिए ऐतिहासिक फैसला है। गांव का चहुंमुखी विकास होगा। सलीमुद्दीन मालिक का कहना है कि आखिर वह दिन आ गया जिसका ग्रामीण लंबे अरसे से इंतजार कर रहे थे। डा. बाबू खान का कहना है पंचायत का दर्जा मिलने से गांव में यातायात के साधन व रोजगार भी बढ़ेंगे। अभी हैं अड़चनें

बागपत की चार नगर पंचायत से घनी आबादी रटौल गांव की है। पहले शासन की तरफ से 10 हजार से अधिक की आबादी वाले गांव या कस्बे का पंचायत का दर्जा मिलने के मानक थे, परंतु तब भी रटौल को नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिला था। मानक के अनुसार दोघट, टीकरी, अग्रवाल मंडी टटीरी, अमीनगर सराय को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है। उक्त मानक के अनुसार ही ग्रामीण रटौल को पंचायत का दर्जा देने की मांग कर रहे थे। परंतु अब मानक 20 हजार आबादी पर निर्धारित किए गए हैं। 1999 में उठी थी नगर पंचायत की मांग

--रटौल में सर्वप्रथम 16 फरवरी 1999 को ग्राम प्रधान नसरीन जाकिर व 2003 में ग्राम प्रधान अल्लामी फैजूल ने नगर पंचायत का दर्जा दिलाने का प्रस्ताव शासन को भेजा। 19 मार्च 2009 में जिला पंचायत सदस्य नसरीन जाकिर ने चेयरपर्सन रेणू धामा से प्रस्ताव पास कराकर शासन को भेजा था। इसके बाद अन्य स्थानीय नेता भी पंचायत का दर्जा दिलाने के प्रयास में लगे थे। ग्रामीणों ने मनाई खुशी

--बुधवार को डा. बाबूखान के आवास पर ग्रामीणों की बैठक हुई। सपा नेता इसरत ने कहा कि रटौल नगर पंचायत बनने से व्यापारियों संग लोगों को भी फायदा होगा। गांव का विकास संग रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। गांव में पसरी गंदगी से निजात होने के साथ मूलभूत सुविधाएं भी मिलेंगी। मुख्यमंत्री का आभार जताकर लोगों ने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया। वकील, नवाब, सुमित, अवेश, इमरान, कय्यूम व सलमानी आदि मौजूद रहे।


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