सुरक्षा के लिए छतों पर चढ़ बंदर भगा रहे नगरवासी
दस दिन से आतंक मचा रहे बंदरों के हमले में घायल होने वालों की संख्या एक सौ के करीब पहुंच रही है।
बागपत, जेएनएन। दस दिन से आतंक मचा रहे बंदरों के हमले में घायल होने वालों की संख्या एक सौ के करीब पहुंच रही है। बंदर से बच्चों को बचाने के लिए लोग दिन भर मकानों की छत पर लाठी-डंडे लेकर मुस्तैद रहते हैं। उन्हें भगा रहे हैं।
10 दिन के भीतर बंदर ने 98 लोगों को काटकर जख्मी किया है। शाम पौने छह बजे बंदर ने जैन कॉलेज पर दयानंद पांचाल की गर्दन पर हमला किया। निरंतर बढ़ रहे बंदर के आतंक के खात्मे में स्थानीय प्रशासन से मदद नहीं मिलने पर लोग खुद ही सुरक्षा को तैयार हुए। चक्रसेनपुर मोहल्ला में लोग अपने मकानों की छत पर बैठक बंदर का भागने के लिए शिफ्ट में पहरा दे रहे हैं।
अनुज कौशिक ने बताया कि चार आठ-आठ युवाओं की चार-चार घंटे के लिए ड्यूटी दिन में लगाई है। बंदर को भगाने के लिए पटाखों की व्यवस्था की है। जो भी बंदर आते हैं पटाखों की आवाज सुनकर दौड़ जाते हैं। शाम के समय लोग अपने लाइसेंसी असलहे लेकर भी छतों पर दिखाई दिए। आक्रोशित लोगों का कहना है कि जब प्रशासन की तरफ से कार्रवाई नहीं हो रही है। अगर बंदर को मारना भी पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। बच्चों की जान बचाने के लिए अगर जेल भी जाना पड़े तो बेहतर होगा।