मस्जिद के लाउडस्पीकर से निकली इंसानियत की आवाज
आपसी सौहार्द की मिशाल बुधवार रात पेश हुई। मस्जिद के लाउडस्पीकर से उस समय इंसानियत की आवाज निकली जब नौवीं का छात्र गायब हो गया था।
बागपत, जेएनएन। आपसी सौहार्द की मिसाल बुधवार रात पेश हुई। मस्जिद के लाउडस्पीकर से उस समय इंसानियत की आवाज निकली, जब नौवीं का छात्र गायब हो गया था। मजिस्द से लापता छात्र की जानकारी देने की अपील की गई। उसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी। परिवार सड़कों पर भटक रहा था। हर किसी की दुआ काम आई, छात्र सकुशल घर लौट आया। पीड़ित परिवार ने भी फर्ज निभाया, छात्र घर लौटा तो तुरंत मस्जिद में इमाम को अवगत कराकर उनका आभार जताया।
नगर के कोर्ट रोड गली नंबर तीन निवासी डा. केशोराम का पोता माणिक्य उर्फ पार्थ (14), नौवीं का छात्र है, जो बुधवार शाम मकान से ट्यूशन के लिए गया था। वह देर शाम तक वापस घर नहीं लौटा, इंतजार करने के बाद परिजनों ने उसको तलाश किया, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इससे परिवार के होश उड़ गए। रात करीब दस बजे परिजन नगर की दो मस्जिदों में पहुंचे। मस्जिदों के इमाम ने लाउडस्पीकर से किशोर के गायब होने का ऐलान किया और कहा किशोर के बारे में किसी को पता चले, तो उसके परिवार को अवगत कराए। परिजन व मोहल्ले के लोग रातभर छात्र को तलाश करते रहे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे पार्थ खुद ही सकुशल घर पहुंच गए। उसे देख परिवार के सदस्यों की आंखे भर आई। दादा केशोराम ने उसको अपने सीने से लगा लिया।
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होमवर्क नहीं था पूरा तो चला गया था काठा ढाबे पर
--डॉ. केशोराम के मुताबिक पार्थ ने जानकारी दी कि उसका होमवर्क पूरी नहीं था, इसलिए ट्यूशन पहुंचकर उसको डांट लगती। डांट से बचने के लिए न तो ट्यूशन पहुंचा और न ही घर लौटा। वह पैदल-पैदल काठा गांव के पास पहुंच गया था, रात हो जाने व थक जाने से वहां पर स्थित एक ढ़ाबे पर सो गया था।
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इंसानियत को किया मस्जिद से ऐलान : इनाम
जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद आरिफ का कहना है कि लापता किशोर बरामद हो जाए, इंसानियत को लाउडस्पीकर से ऐलान किया गया था। मस्जिद से ऐसी स्थिति में ही ऐलान किया जाता है। छात्र के घर लौटने पर उसके परिजन जानकारी देकर गए।