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ईपीई पर तीसरी आंख की नजर में रहेंगे वाहन, रुकेंगे हादसे

सड़क सुरक्षित जीवन सुरक्षित। यह तभी संभव है जब आमजन यातायात नियमों का शत प्रतिशत पालन करें।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 06:48 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:48 PM (IST)
ईपीई पर तीसरी आंख की नजर में रहेंगे वाहन, रुकेंगे हादसे
ईपीई पर तीसरी आंख की नजर में रहेंगे वाहन, रुकेंगे हादसे

बागपत, जेएनएन। सड़क सुरक्षित, जीवन सुरक्षित। यह तभी संभव है, जब आमजन यातायात नियमों का शत प्रतिशत पालन करे और सरकार व सरकारी तंत्र भी अपने दायित्व का निर्वहन करे। आज के समय में बढ़ते सड़क हादसों को रोकना बढ़ी समस्या है। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास की जरूरत है। हालांकि इस और कदम बढ़ रहे है। अफसरों का दावा है कि अत्याधुनिक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) पर जल्द ही कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें वाहनों की स्पीड के अलावा अन्य गतिविधियां भी कैद होंगी। इससे हादसों पर रोक लगेंगी। बीमार सड़कें ठीक होगी तथा रोड पर शत प्रतिशत संकेतक चिह्न लगाए जाएंगे। जिला सड़क सुरक्षा समिति की एक साल में होती हैं छह मीटिग

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जिला सड़क सुरक्षा समिति की एक साल में छह मीटिग होती हैं। इनमें डीएम, एसपी, सीएमओ, एआरटीओ, डीआइओएस, बीएसए के अलावा एनएचएआइ व पीडब्ल्यूडी के अफसर, ट्रांसपोर्टर और एनजीओ के पदाधिकारी भाग लेते हैं और सड़क व यातायात से जुड़ी समस्याओं पर विचार करते हैं। मंडल व राज्य परिवहन सुरक्षा समिति को देते हैं सुझाव

जिला परिवहन सुरक्षा समिति की बैठकें होती हैं। इसमें डीएम, एसपी, एआरटीओ, डीआइओएस, बीएसए व अन्य अफसर भाग लेते हैं। बैठक में अफसर कार्ययोजना बनाकर मंडल व राज्य परिवहन सुरक्षा समिति को भेजते हैं। सिग्नल लाइट व अन्य संशाधन को भेजे जा चुके प्रस्ताव

जनपद की सड़कों पर सिग्नल लाइट लगे तथा संशाधन की कमी को दूर करने के लिए अफसरों द्वारा समय-समय पर शासन को पत्राचार किया जाता है। सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन

परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश स्तर पर एक साल में सात बार सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस नवंबर माह को यातायात माह के रूप में मनाती है। इसमें आमजन को विभिन्न माध्यमों से ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जाता है। यातायात नियम संबंधित पंफलेट वितरित किए जाते है। स्कूल-कालेजों में कार्यक्रम कराए जाते है। कैंप लगाकर वाहन चालकों के स्वास्थ्य का चेकअप कराया जाता है। ब्लैक स्पाट का निरीक्षण

सड़क हादसे रोकने के लिए जनपद के 24 ब्लैक स्पाट का परिवहन विभाग, एनएचएआइ और पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसर समय-समय पर निरीक्षण करते है। जो खामियां मिलती है उनको दूर कराते हैं। सड़क हादसों पर अंकुश लगाने को किए जा रहे प्रयास : एआरटीओ

एआरटीओ सुभाष राजपूत का कहना है कि सड़कों पर संकेतक चिन्ह लगाए गए है। वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाई जा रही है। ईपीई पर एनएचएआइ द्वारा जल्द ही कैमरे लगाए जाएंगे। इससे हादसों पर अंकुश लगेगा। संशाधन की कमी दूर करने को समय-समय पर शासन को पत्राचार किया जा रहा है। आमजन को किया जा रहा जागरूक : ट्रैफिक सीओ

ट्रैफिक सीओ मंगल सिंह रावत का कहना है कि सड़क हादसों को रोकने के लिए जनता को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है। जरूरत के हिसाब से रोड पर बैरियर लगाए जाते हैं।


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