रालोद नेता व पूर्व मंत्री कोकब हमीद नहीं रहे, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
कोकब हमीद ने बागपत विधानसभा से अपनी सफल राजनैतिक पारी खेली। जिले के विकास में अहम भूमिका निभाई।
बागपत(जेएनएन)। पश्चिम उप्र में मुस्लिम राजनीति का प्रमुख चेहरा रहे रालोद नेता व पूर्व मंत्री नवाब कोकब हमीद का लंबी बीमारी के बाद बुधवार शाम करीब पौने सात बजे निधन हो गया। उन्होंने अपनी पुश्तैनी हवेली पर अंतिम सांस ली। वह पिछले चार साल से कई बीमारियों से जूझ रहे थे। निधन से आधा घंटा पूर्व ही रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह उनसे मिलकर गए थे।
कोकब हमीद (67) ने बागपत विधानसभा से अपनी सफल राजनैतिक पारी खेली और बागपत के विकास में अहम भूमिका निभाई। कोकब हमीद 1985 में बागपत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर लगभग 52 हजार वोटों से जीतकर पहली बार विधायक बने। 1988 मे नारायण दत्त तिवारी सरकार में वह ऊर्जा और खाद्य आपूर्ति राज्य मंत्री बने। 1989 का चुनाव जनता दल की लहर में हार गए। 1991 का चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा। 1993 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर वह फिर जीते और कांग्रेस विधानमंडल दल के उप नेता बने। 1996 मे चौधरी अजित सिंह की किसान कामगार पार्टी के टिकट पर वह चुनाव जीते और विधानमंडल दल के नेता बने।
मायावती सरकार में उन्हें ग्रामीण अभियंत्रण एवं पर्यटन मंत्री बनाया गया। 2002 और 2007 का चुनाव भी वह आरएलडी के टिकट पर जीते। 2012 के चुनाव में वह बसपा प्रत्याशी से चुनाव हार गए। इसके बाद उन्होंने रालोद के मंच से किनारा कर लिया। करीब एक साल पूर्व बसौद गांव में हुई जनसभा में उन्होंने फिर रालोद का मंच साझा कर लिया। कोकब के पुत्र अहमद हमीद भी बसपा छोड़कर रालोद में आ गए।