कोताना खादर में गोवंश के अवशेष बरामद, हंगामा
कोताना में यमुना खादर में मंगलवार की शाम गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हिदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया।
बागपत, जेएनएन : कोताना में यमुना खादर में मंगलवार की शाम गोवंश के अवशेष मिलने के बाद हिदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं में रोष है। कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया और आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की। सीओ और एसडीएम भी मौके पर पहुंचे और गोकशी की घटना का राजफाश करने का आश्वासन दिया।
कोताना खादर में यमुना नदी के किनारे गोवंश के अवशेष पड़े हुए थे। वहां से गुजर रहे लोगों ने अवशेष पड़े देखे तो इसकी सूचना हिदू जागरण मंच के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को दी। मंच के जिलाध्यक्ष अंकित बड़ौली, मधुसूदन शास्त्री, नितिन जैन आदि कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे और अवशेषों को देख हंगामा शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस की अनदेखी से गोवंश का कटान हो रहा है। इसका उदाहरण खादर में पड़े कुछ गोवंश के पुराने अवशेष हैं। जानकारी होने के बाद कोतवाल अजय कुमार शर्मा, सीओ आलोक सिंह और एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र भी मौके पर पहुंचे और जानकारी हासिल की। कार्यकर्ताओं ने पुलिस-प्रशासन से गोवंश कटान की घटना का राजफाश करने की मांग की।
सीओ आलोक सिंह ने बताया कि घटना का राजफाश करने के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं।
बेटियों का रोकेंगे शालात्याग और
बढ़ाएंगे नामांकन : डा. संगीता
जागरण संवाददाता, बागपत: बालिका शिक्षा की जिला समन्वयक डा. संगीता शर्मा ने बताया कि बालिकाओं की शिक्षा, गुणवत्ता, शालात्याग दर रोकने के लिए कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है।
एसआरजी को जिम्मेदारी दी गई है कि वह सभी विकास खंडों के एआरपी के साथ आनलाइन बैठक करके बालिकाओं के शत प्रतिशत नामांकन कराएंगे। शालात्याग दर रोकने के लिए विद्यालय स्तर पर कार्य करेंगे। सपोर्टिव सुपरविजन करेंगे कि इस कार्य के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। अच्छा कार्य करने वाली पावर एंजल और सुगमकर्ता का विवरण तैयार करेंगे। किसी विद्यालय में समस्या है तो उसका संज्ञान लेते हुए उन्हें अवगत कराएंगे। एआरपी की यह जिम्मेदारी रहेगी कि माह में एक बार सभी विद्यालयों के सुगमकर्ता के साथ बैठक करें। बालिकाओं के शत प्रतिशत नामांकन एवं शालात्याग दर रोकेंगे। विद्यालय स्तर पर किए जा रहे कार्यो की समीक्षा करेंगे। जिन विद्यालयों में शालात्याग दर अधिक है, वहां पर सुगमकर्ता, प्रधानाध्यापक, प्रभारी से संपर्क कर परिस्थितियों का आंकलन करते हुए कार्ययोजना तैयार करेंगे। अपने विकास क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाली पावर एंजल एवं सुगमकर्ता का विवरण तैयार कर जिला स्तर पर भेजेंगे। इस दौरान सभी एसआरजी और एआरपी मौजूद रहे।