रालोद ने किया आरसेप व्यापार संधि का विरोध, दिया ज्ञापन
रालोद कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष सुखवीर सिंह गठीना के नेतृत्व में सोमवार को कलक्ट्रेट पर पहुंचकर आरसेप व्यापार संधि का विरोध करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। रालोद जिलाध्यक्ष सुखवीर सिंह गठीना ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बैंकाक में होने वाली 16 सदस्य देशों की बैठक में करने जा रही है। इस संधि से देश के खेती और कुटीर उद्योगों पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।
बागपत, जेएनएन। रालोद कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष सुखवीर सिंह गठीना के नेतृत्व में सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचे कार्यकर्ताओं ने आरसेप व्यापार संधि का विरोध करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। रालोद जिलाध्यक्ष सुखवीर सिंह गठीना ने कहा कि भारत सरकार बैंकाक में 16 सदस्य देशों की बैठक में आरसेप व्यापार संधि पर वार्ता करने जा रही है। इस संधि से देश में खेती और कुटीर उद्योगों पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। संधि होने के बाद दुग्ध व दुग्ध से तैयार होने वाले उत्पाद व गेहूूं, कपास, इलायची, सुपारी, काली मिर्च, फल आदि पर आयात शुल्क खत्म हो जाएगा। इससे इन उत्पादों का आयात मूल्य बहुत कम हो जाएगा। सदस्य देशों की सरकारें किसानों को लाभकारी मूल्य व भारी सब्सिडी सुविधाएं देती हैं, जबकि भारत सरकार किसानों को फसलों का लाभकारी मूल्य नहीं देती एवं किसानों से संबंधित बिजली, खाद, बीज, पानी आदि बहुत महंगे होने के कारण हमारा किसान इसका मुकाबला नहीं कर पाएगा। दुग्ध व दुग्ध से बने उत्पादों का सस्ता आयात आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड से आएगा। इससे करीब दस करोड़ भारतीय किसान, मजदूर अपना कारोबार गंवा देंगे। उन्होंने राष्ट्रपति से संधि पर देश हित में हस्ताक्षर न करने का निर्देश देने की मांग की। इस मौके पर पूर्व विधायक डा. अजय कुमार, वीरपाल राठी, ओमवीर ढाका, विकास, ओमवीर सिंह तोमर, डा. विक्रम, अहमद, कृष्णपाल, ब्रह्मपाल आदि मौजूद थे।