लंका दहन का दृश्य देख लगाए श्रीराम के जयकारे
खेकड़ा के गांधी प्याऊ पर रामलीला मंचन में रावण दरबार में हनुमान जी की पूंछ को आग लगाई जाती है।
बागपत, जेएनएन। खेकड़ा के गांधी प्याऊ पर रामलीला मंचन में रावण दरबार में हनुमान जी की पूंछ को आग लगाई जाती है। उन्होंने पूंछ में लगी आग से सोने की लंका का दहन किया। इस दृश्य को देख दर्शकों ने भगवान राम के जयकारे लगाए।
राजतिलक के बाद सुग्रीव चारों दिशा में सीता की खोज में दल भेजे हैं। हनुमान दक्षिण दल का नेतृत्व कर समुंद्र पार कर लंका पहुंचते हैं और राक्षसी लंकिनी का उद्धार करते हैं। उनकी भेंट विभीषण से होती है। विभीषण के सहयोग से हनुमान अशोक वाटिका पहुंचते हैं। माता सीता के दर्शन कर वाटिका को उजाड़ देते हैं। रावण का बेटा अक्षण कुमार हनुमान को पकड़ने आता है और युद्ध में मारा जाता है। रावण का दूसरा बेटा मेघनाद हनुमान को ब्रह्मा फांस में बांध रावण के दरबार में ले जाता है। माता सीता के वापस करने के आग्रह पर रावण हनुमान की पूंछ में आग लगा देता है। इस मौके पर उमाशंकर, विकास जैन, जयंत शर्मा, नरेश शर्मा, वासु, हिमांशु, विजय सिंह, डा. कपिल गौड़, जतिन, गौरव, मानू वर्मा, अनुज शर्मा, दीपक शर्मा आदि मौजूद रहे।