चौधरी चरण सिंह के परिवार पर टिप्पणी से नाराज
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में रालोद नेता कोतवाली पहुंचे। उन्होंने तहरीर देकर आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। नहीं करने पर हंगामा-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।
बागपत, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में मंगलवार को रालोद के राष्ट्रीय सचिव डाक्टर कुलदीप उज्ज्वल के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता बालैनी थाना पहुंचे। उन्होंने कहा कि छपरौली क्षेत्र के एक व्यक्ति ने अपनी फेसबुक आईडी पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह पर आपात्तिजनक टिप्पणी की है। आरोपित की हरकत को उनकी पार्टी बर्दाश्त नही करेगी। उन्होंने आरोपित व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाना प्रभारी नरेश कुमार को तहरीर दी। उनसे मांग की कि आरोपित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। चेतावनी दी कि अगर आरोपित व्यक्ति खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो रालोद कार्यकर्ता जगह-जगह धरना-प्रदर्शन करेंगे। आरोपित के खिलाफ बड़ौत थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है।
मायके में महिला से मारपीट हत्या करने का प्रयास
संवाद सहयोगी, खेकड़ा: मंगलवार को कोतवाली पहुंची महिला ने बताया कि वह मेरठ की रहने वाली है। कुछ दिन पहले सांकरौद गांव के एक युवक से शादी हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही पति ने पिटाई कर घर से भगा दिया था। अब वह मायके में भाई के साथ रहती है। अब आरोपित रोजाना फोन पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। आरोपित ने दो दिन पहले मायके पहुंच दोबारा से मारपीट कर जान से मारने का भी प्रयास किया। पीड़िता ने आरोपित के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। सीओ युवराज सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
खतरे के निशान से नीचे आया यमुना का पानी
जागरण संवाददाता, बागपत: यमुना का जल स्तर घटने लगा। तीन दिन बाद मंगलवार को यमुना का पानी खतरे के निशान से 20 सेमी नीचे आने से लोगों को राहत मिली। हथिनीकुंड बैराज से मंगलवार को आठ बार पानी छोड़ा। सर्वाधिक पानी शाम चार बजे 25851 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो 48 घंटे बाद बागपत को पार करेगा।
हालांकि, यमुना नदी का जल स्तर घटने के बावजूद खादर में गन्ना, हरा चारा, सब्जियों की फसलें अभी पानी में डूबी हुई हैं। इससे किसानों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। सिचाई विभाग के एक्सईएन उत्कर्ष भारद्वाज ने कहा कि यमुना का जल स्तर कम हुआ है और अब खतरे की चिंता नहीं है।