विधानसभा में गूंजा उप्र-हरियाणा सीमा विवाद
विधानसभा के विशेष सत्र में बागपत के भाजपा विधायक योगेश धामा ने केंद्र व प्रदेश सरकारों के कार्यों की प्रशंसा कर पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनवाने की मांग उठाई है। विधायक ने कहा कि पश्चिम उप्र के लोगों को लगता है कि उनके साथ सरकारें सौतेला व्यवहार करतीं हैं। उच्च न्यायालय तथा राजधानी पश्चिम के लोगों से काफी दूर है।
बागपत, जेएनएन। विधानसभा के विशेष सत्र में भाजपा विधायक योगेश धामा ने केंद्र और राज्य सरकारों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उप्र-हरियाणा सीमा विवाद का मुद्दा उठाते हुए इसे हल कराने की मांग की। विधायक ने कहा कि बागपत की हरियाणा के सोनीपत तथा पानीपत से 50 किमी सीमा सटी है। यमुना धार बदलते रहने से दोनों तरफ के हजारों किसानों की 4500 हेक्टेयर जमीन विवाद में फंसी है। इसमें 2850 हेक्टेयर जमीन बागपत तथा 1750 हेक्टेयर जमीन हरियाणा के किसानों की है। बागपत के 25 गांव प्रभावित हैं।
विधायक ने कहा कि दोनों ओर के किसानों में खूनी संघर्ष होता रहता है। बीस नवंबर 1997 को दोनों और के किसानों में फायरिग होने से कुर्डी गांव के किसान की मौत हो गई थी। साल 1998 में हरियाणा के किसानों ने बागपत के नंगला बहलोपुर गांव में फायरिग कर 80 मकानों को आग के हवाले कर दिया था। सरकार से इस विवाद को हल कराने की मांग की है। विधायक ने यमुना बहाव के कारण सांकरौद तथा काठा में सैकड़ों बीघा फसल नष्ट होने का मुद्दा उठाया। विधायक ने पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाये जाने की मांग पर सीएम से की।
विधायक ने बागपत विधानसभा क्षेत्र में राजकीय डिग्री कालेज, आइटीआइ कालेज, पुलिस चौकी, रोडवेज बस अड्डा, 132केवी विद्युत केंद्र के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कराने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।