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गन्ना समिति पर हंगामे के बाद हाईवे पर जाम लगाया

जागरण संवाददाता बड़ौत (बागपत) गन्ना पर्चियों का समय न बढ़ाने पर किसानों का आक्रोश उपज गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 08:49 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 08:49 PM (IST)
गन्ना समिति पर हंगामे के बाद हाईवे पर जाम लगाया
गन्ना समिति पर हंगामे के बाद हाईवे पर जाम लगाया

जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): गन्ना पर्चियों का समय न बढ़ाने पर किसानों का आक्रोश उपज गया। किसानों ने गुरुवार की सुबह समिति पर हंगामा करते हुए तालाबंदी कर दी। किसानों के गुस्से को देखकर कई कर्मचारियों ने कोतवाली की शरण ली। किसानों ने दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर जाम लगाकर नारेबाजी करते हुए समस्या के समाधान की मांग की।

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सुबह लगभग 10 बजे बड़ौली, रंछाड़, मलकपुर, बामनौली, बिजरौल, लुहारी और बावली के किसान शहर स्थित बड़ौली रोड सहकारी गन्ना विकास समिति मलकपुर के कार्यालय पर पहुंचे और पर्चियों की तारीख बढ़ाने की मांग की, जिससे वे अपना गन्ना तौल सकें, लेकिन कर्मचारियों ने इसे नियम विरुद्ध बताते हुए तारीख बढ़ाने से मना कर दिया। किसानों ने बताया कि पर्चियों पर तारीख न बढ़ने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए पर्चियों पर तारीख बढ़ाई जाए। इसी दौरान किसानों में इतना आक्रोश बढ़ गया कि उन्होंने समिति के कर्मचारियों को बाहर निकालकर समिति पर तालाबंदी कर दी। किसानों का आक्रोश देख कई कर्मचारी इधर-उधर खिसक लिए तो कई ने कोतवाली की शरण ली।

किसान नारेबाजी करते हुए शहीद पार्क पहुंचे और दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर जाम लगा दिया। इससे दोनों ओर वाहनों की लाइन लग गई। किसान हाईवे पर बैठ गए और डीसीओ को बुलाने की मांग करने लगे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन किसानों ने समस्या का समाधान होने तक जाम नहीं खोलने की शर्त रखी। पुलिस के समझाने के बाद लगभग एक घंटे बाद किसानों ने जाम खोल दिया। उधर, शाम तक किसान समिति के कार्यालय पर धरना दिए बैठे थे और कर्मचारी नहीं पहुंचे थे।

इन्होंने ली कोतवाली की शरण

समिति पर तैनात पर्ची सप्लाई इंचार्ज योगेंद्र, लिपिक अरुण कुमार, नरेंद्र, रामसमुझ यादव, भुवाल श्रीवास्तव आदि कर्मचारी कोतवाली पहुंचे। योगेंद्र ने बताया कि वह किसानों के आक्रोश को देखकर कोतवाली में पहुंचे थे। किसान उन पर दवाब डाल रहे थे कि पर्चियों पर तारीख बढ़ा दो, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने ऐसा करने से मना कर रखा है।

सरकार पर लगाया किसानों का उत्पीड़न करने का आरोप

बड़ौत : किसान यूनियन की बैठक में सरकार पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाया गया। गुरुवार को बैठक में रामफल ¨सह ने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में बहुत बड़ा अंतर है। ओमप्रकाश बड़ौली ने कहा कि 25 फरवरी को तहसील में होने वाली पंचायत में गन्ना भुगतान, बेसहारा गोवंशों, बिजली के बिलों की समस्याओं को जोरशोर से उठाया जाएगा। बैठक में पुलवामा में शहीद हुए जवानों के सम्मान में राष्ट्रीय शोक घोषित न करने पर भी रोष जताया गया। इस दौरान चौधरी ब्रजपाल ¨सह, राममेहर ¨सह, सुंदरपाल, वीरसैन, बिट्टू, प्रभात ¨सह, बलजोर ¨सह आर्य, रामफल आदि मौजूद थे।

तौल नहीं होने पर किसानों का प्रदर्शन

बागपत: बसी गांव के किसानों ने बागपत शुगर मिल के जीएम से मिलकर तौल नहीं होने की समस्या बताई। किसानों का कहना था कि तौल नहीं होने से प्लाट में पड़ा गन्ना सूख रहा है। किसानों की पर्ची भी नहीं जा रही है। पांच फरवरी के बाद 16 फरवरी को तौल हुई थी, उसके बाद से आज तक तौल नहीं हुई है। किसान काफी परेशान हैं। कोई सुनने को तैयार नहीं है। किसानों ने मांग की कि शीघ्र ही तौल शुरू कराई जाए और किसानों को पर्ची दी जाए। इस दौरान राजेश, ओमवीर, बिट्टू, संजीव, प्रवेश, राजू, दीपक, र¨वद्र, राजकुमार, विपिन, सोनू आदि मौजूद रहे।

..और ऐसे पटरी से उतर गई बड़ौत की कानून-व्यवस्था

बड़ौत: बड़ौत में सुबह लगभग 10 बजे किसानों ने दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर जाम लगा दिया, जिससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई। इसी दौरान पुलिस ने जैसे ही जाम खुलवाया तो चालक अपने-अपने वाहन लेकर दौड़ लिए। जाम स्थल से चंद कदम दूरी पर प्राइवेट बस की चपेट में बाइक पर सवार बुआ-भतीजे आ गए, जिसके बाद महिला की मौत हो गई। इससे गुस्साए महिला के परिजनों ने पुलिस चौकी के सामने जाम लगा दिया, जिससे एक बार फिर वाहनों की ऐसी लाइन लगी कि यातायात को दुरुस्त होने में शाम चार बजे का तक का समय लगा। इस दौरान स्कूल के बच्चों के साथ-साथ लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।


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