मुन्ना बजरंगी प्रकरण : मानवाधिकार आयोग के लिए रिपोर्ट तैयार करने में लगे अफसर
बागपत जिला कारागार में नौ जुलाई को डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या का संज्ञान लेते हुए मानवाधिकार आयोग ने अफसरों से रिपोर्ट मांगी है।
बागपत (जेएनएन)। जिला कारागार में नौ जुलाई को हुई पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या का संज्ञान लेते हुए मानवाधिकार आयोग ने अफसरों से रिपोर्ट मांगी है। मुन्ना के परिजनों ने हत्या से पहले ही उसकी जान को खतरा जता दिया था। ऐसी स्थिति में आयोग का शिकंजा कसा जा सकता है। इसलिए अधिकारी अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करने में लगे हैं। मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई की सुबह बागपत जेल में हत्या हुई थी। उसकी पत्नी सीमा सिंह ने मुख्यमंत्री व मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजकर मांग की थी कि झांसी जेल से उसके पति को बागपत न भेजा जाए। उसकी वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी कराई जाए। इसके बावजूद मुन्ना को आठ जुलाई को झांसी जेल से निकाल दिया गया था। सीमा सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत पांच लोगों ने पति की हत्या कराई। उधर, हत्याकांड के बाद अफसरों ने मानवाधिकार आयोग को इससे अवगत करा दिया था।
मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने में लगी टीम
इस मामले में मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने में भी पुलिस की टीम लगी हुई है। कई संदिग्ध कॉल तो पुलिस को मिली हैं जिन पर लंबी बातें हो रही हैं। हालांकि पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पुलिस राठी के गुर्गों को पकडऩे के लिए भी ताबड़तोड़ दबिश दे रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है।
बागपत जेल में मिले मोबाइल और नशे की खेप
बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद भी जेल के हालात नहीं सुधर रहे। शुक्रवार को डीएम व एसपी के निरीक्षण में इसकी पोल खुल गई। निरीक्षण में जेल से मोबाइल व नशे का सामान मिला है। बागपत जिला जेल बदमाशों के लिए आरामगाह बनी हुई है। सतर्कता के लाख दावे करने वाला जेल प्रशासन आज भी जेल में बंदियों के सामने बौना साबित हो रहा है। अब भी बंदी जेल परिसर में बेधड़क फोन चला रहे हैं। इसका राजफाश डीएम ऋषिरेंद्र कुमार व एसपी जयप्रकाश के औचक निरीक्षण में हुआ। पुलिस ने बैरकों को खंगालते हुए शौचालय व आसपास से मोबाइल बरामद करने के साथ बंदियों से भारी मात्रा में नशीला पदार्थ सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। करीब डेढ़ घंटा चेकिंग चली। सूत्रों की मानें तो जेल परिसर में मिट्टी में दबे हुए तीन फीचर फोन मिले हैं। किसी भी बंदी ने मोबाइल इस्तेमाल करना नहीं स्वीकारा। एसपी जयप्रकाश ने जेल बैरक स्थित शौचालय के पास से मोबाइल मिलने की पुष्टि की है।