यहां पाठकों की राह निहार रहीं किताबें
जागरण संवाददाता, बागपत: बुधवार से 20 नवंबर तक राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह मनाया जाएगा। वहीं बागपत
जागरण संवाददाता, बागपत: बुधवार से 20 नवंबर तक राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह मनाया जाएगा। वहीं बागपत में जिला पुस्तकालय की दुर्दशा कम नहीं है। दस साल पहले खुले जिला पुस्तकालय को आज तक एक भी स्थायी कर्मी नहीं मिला। संविदा के तीन कर्मियों के सहारे पहले यह पुस्तकालय बागपत के श्री यमुना इंटर कालेज के हाल में चलता था।
करीब दो साल पहले यह पुस्तकालय यमुना इंटर कालेज बागपत से राजकीय कन्या इंटर कालेज के एक छोटे कमरे में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन ताला एक दिन
भी नहीं खुला।
संविदा खत्म होने से तीनों कर्मी अपने घर लौट गए। साल भर से पुस्तकालय का ताला खोलने को कोई कर्मचारी ही नहीं है। पुस्तकालय में पांच हजार से ज्यादा किताबों को दीमक चाट रहे हैं। पुस्तकालय में ताला लटका होने से वे लोग परेशान हैं जो पहले वहां जाकर मनपसंद पुस्तकें पढ़कर आना ज्ञान बढ़ाते थे। बड़े ही नहीं, युवाओं को भी करियर संवारने को साहित्यक पुस्तकें पढ़ने को नहीं मिलती हैं। डीआइओएस ब्रजेंद्र कुमार ने कहा कि इस पुस्तकालय का भवन बड़ौत तहसील में बन रहा है।
जब सांसद ने की पहल
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद डा. सत्यपाल ¨सह ने मार्च में जिला पुस्तकालय की दुर्दशा देख बड़ौत तहसील में इसका भवन बनवाकर ई-लाइब्रेरी संचालित कराने को अपनी सांसद निधि से 68.75 लाख रुपये देकर राह आसान की। बाकी 50 फीसद पैसा राज्य सरकार से मिला है। इस ई-लाइब्रेरी के भवन में तेजी से काम चल रहा है। इसमें किताबों और मैग्जीन, अखबार पढ़ने को मिलेंगे। साथ ही 72 लाख ई-बुक्स ऑनलाइन पढ़ने को मिलेंगी।
गांव में पुस्तकालय
डौलचा गांव की लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित महंगी किताबें उपलब्ध हैं। युवाओं को 600 किताब पढ़ने को मिलती हैं। लाइब्रेरी में अब डौलचा के अलावा आस-पास गांवों के युवा आकर अध्ययन करते हैं। प्रधान गुलशन यादव ने बताया कि लाइब्रेरी में किताबों, भवन और फर्नीचर की व्यवस्था ग्राम पंचायत ने कराई है।